सरकारी शराब दुकान में मिलावटी शराब का जखीरा बरामद, आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई
लालपुर की कंपोजिट दुकान से 203 पेटी नकली शराब जब्त, प्लेसमेंट कंपनी और सेल्स अधिकारी के खिलाफ जांच तेज

रायपुर की लालपुर कंपोजिट शराब दुकान में आबकारी विभाग की रातभर चली कार्रवाई ने मिलावटी शराब के बड़े खेल का पर्दाफाश कर दिया है। कार्रवाई के दौरान 203 पेटी मिलावटी शराब और 34 पेटी बिना होलोग्राम की गोवा ब्रांड की शराब जब्त की गई। इस मामले में प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारी और एरिया सेल्स ऑफिसर को हिरासत में लिया गया है, जबकि दुकान के सुपरवाइजर समेत तीन कर्मचारी फरार हैं।
रायपुर। राजधानी में आबकारी विभाग की छापेमारी ने सरकारी शराब दुकान से नकली शराब कारोबार के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। लालपुर स्थित कंपोजिट सरकारी शराब भट्टी पर हुई इस कार्रवाई ने सरकारी शराब तंत्र की साख पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
रातभर चली जांच में शुरू में 179 पेटी मिलावटी शराब और 24 पेटी बिना होलोग्राम की गोवा ब्रांड की शराब जब्त की गई थी। लेकिन सुबह तक संख्या बढ़कर 203 पेटी मिलावटी शराब और 34 पेटी बिना होलोग्राम वाली शराब तक पहुंच गई।
हिरासत में कर्मचारी, फरार सुपरवाइजर
आबकारी विभाग ने प्लेसमेंट कंपनी के कई कर्मचारियों और एरिया सेल्स ऑफिसर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में कई अहम सुराग मिलने की संभावना है। इस दौरान शराब भट्टी का सुपरवाइजर और तीन कर्मचारी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में टीमें सक्रिय हैं।
कंपनी की भूमिका भी जांच के घेरे में
इस संपूर्ण मामले में प्लेसमेंट कंपनी की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। आबकारी विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या नकली शराब की आपूर्ति और वितरण में कंपनी स्तर पर मिलीभगत थी।
शराब तंत्र में सेंध: सवाल अनेक
इस घटनाक्रम ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि यदि सरकारी दुकान में ही नकली शराब की सप्लाई हो सकती है, तो फिर आम जनता तक क्या पहुंच रहा है? यह मामला सिर्फ एक दुकान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे आबकारी नियंत्रण तंत्र की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सीधा हमला है।