थाने में महिला का अपमान: आरोपी ने की गाली-गलौज, पुलिस रही मूकदर्शक
रायपुर के खम्हारडीह थाने में महिला को थाने के भीतर ही अश्लील गालियाँ और चरित्र पर सवाल, आरोपी पर कार्रवाई से पुलिस ने झाड़ा पल्ला

राजधानी रायपुर के खम्हारडीह थाने में गुरुवार शाम महिला गरिमा को रौंदने वाली घटना सामने आई। थाना परिसर में एक व्यक्ति ने महिला को अश्लील गालियाँ देते हुए उसके चरित्र पर अभद्र टिप्पणियाँ कीं, लेकिन मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। पीड़िता की शिकायत और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों के बावजूद आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई, जिससे पुलिस व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर कठघरे में आ गई है। खम्हारडीह थाना परिसर में गुरुवार शाम एक चौंकाने वाली घटना घटित हुई, जहाँ एक महिला को थाने के भीतर ही एक व्यक्ति द्वारा अश्लील गालियाँ दी गईं और उसके चरित्र पर सार्वजनिक रूप से अभद्र टिप्पणियाँ की गईं।
पीड़िता, जो अपने घर में हुई चोरी के मामले में गवाही और सबूत पेश करने के लिए थाने पहुंची थी, उसे वहां उपस्थित सोनू गरचा नामक व्यक्ति ने न केवल धमकाया, बल्कि अपमानजनक शब्दों और गालियों से उसकी गरिमा को कुचलने का दुस्साहस किया।
घटना की गंभीरता इस बात से और भी बढ़ जाती है कि यह तीन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुआ, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया। जब महिला ने विरोध किया और थाना प्रभारी मनोज कुमार साहू से शिकायत की, तब भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। उल्टा आरोपी ने थाना प्रभारी के समक्ष भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया और थाना प्रभारी मौन साधे रहे।
वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की खुली अवहेलना
सूचना मिलने पर जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने थाना प्रभारी को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया, तब भी उन निर्देशों को खुलेआम नजरअंदाज कर दिया गया। आरोपी सोनू गरचा, जो रातभर फोन बंद करके गायब रहा, अगली शाम कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ थाने पहुंचा और झूठी शिकायत दर्ज कर आराम से चला गया।
इस घटनाक्रम ने पुलिस की निष्क्रियता और आरोपी की बेखौफी को उजागर कर दिया है। न केवल महिला के आत्म-सम्मान को ध्वस्त किया गया, बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों की साख और पुलिस अनुशासन की भी अनदेखी की गई।
क्या मिलेगा न्याय? या फिर दबेगा मामला?
अब बड़ा सवाल यह है कि —
क्या आरोपी के खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई होगी?
क्या थाना प्रभारी पर लापरवाही और आदेशों की अवहेलना को लेकर जवाबदेही तय की जाएगी?
या फिर यह मामला भी 'प्रभाव और पहचान' के दबाव में रफा-दफा कर दिया जाएगा?
महिला संग हुए इस व्यवहार ने कानून व्यवस्था, पुलिस ईमानदारी और महिला सम्मान की अवधारणाओं को गहरा आघात पहुँचाया है। अगर अब भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पुलिस व्यवस्था पर जनता के विश्वास के लिए एक और करारा झटका होगा।