UP को 47,573 करोड़ की सौगात: मेट्रो, बिजली, पानी और सड़क परियोजनाओं का PM मोदी करेंगे उद्घाटन

कानपुर से शुरू होगी विकास की नई गाथा, मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन से लेकर जल संरक्षण और ऊर्जा उत्पादन तक कई ऐतिहासिक योजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई को कानपुर में 47,573 करोड़ रुपये की 15 महत्त्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन योजनाओं में मेट्रो विस्तार, ऊर्जा संयंत्र, जल संरक्षण, रेलवे पुल, और डिजिटल परियोजनाएं शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश को बुनियादी ढांचे और पर्यावरणीय प्रबंधन के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाएंगी।
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कानपुर में उत्तर प्रदेश को 47,573 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मंच साझा करेंगे। यह परियोजनाएं राज्य के विकास के कई आयामों को छूती हैं — यातायात, ऊर्जा, जल संरक्षण, डिजिटलीकरण और सार्वजनिक सुरक्षा।
सबसे अहम घोषणा कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन के उद्घाटन की होगी, जो चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक फैला है। इस रूट में पाँच भूमिगत स्टेशन — बड़ा चौराहा, नवीन मार्केट, नयागंज, कानपुर सेंट्रल और चुन्नीगंज — जोड़े गए हैं। इससे लाल इमली, ज़ेड स्क्वायर मॉल, ग्रीनपार्क स्टेडियम और परेड मैदान जैसे प्रमुख क्षेत्रों को मेट्रो से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
ऊर्जा क्षेत्र में, घाटमपुर और पनकी में थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स की शुरुआत से उत्तर प्रदेश समेत आसपास के राज्यों को स्थायी बिजली आपूर्ति मिलेगी। पनकी से कल्याणपुर तक दो नए रेलवे पुलों का भी लोकार्पण किया जाएगा, जो ईंधन परिवहन में सहायक होंगे और ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेंगे।
जल प्रबंधन में भी बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री बिनगवां में 40 MLD क्षमता वाले टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन करेंगे, जो अपशिष्ट जल को पुनः उपयोग योग्य बनाएगा, जिससे जल संरक्षण को नई दिशा मिलेगी।
इसके अलावा, बिठूर क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र और अन्य आवासीय भवनों का लोकार्पण भी कार्यक्रम का हिस्सा है। पीएम मोदी ग्रेटर नोएडा, ओबरा सी और खुर्जा जैसे क्षेत्रों की डिजिटल रूप से जुड़ी परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें विद्युत उपकेंद्र और थर्मल पावर यूनिट्स शामिल हैं। अंत में प्रधानमंत्री तीन नई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिनकी लागत ₹441 करोड़ से अधिक है और जो कानपुर व आस-पास के विकास को सीधे प्रभावित करेंगी।