दुर्ग में पुलिस परिवार के लिए मेगा मेडिकल कैंप, DGP अरुण देव गौतम ने की सराहना
स्वास्थ्य जांच से लेकर लर्निंग लाइसेंस और राशन कार्ड तक की सुविधा; 16 विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दी सेवाएं, नक्सलवाद पर DGP ने कहा—2026 तक समाप्ति का लक्ष्य
दुर्ग पुलिस द्वारा पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए शनिवार को भिलाई के अग्रसेन भवन में एक मेगा मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (DGP) अरुण देव गौतम, दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग और एसपी विजय अग्रवाल भी मौजूद रहे। यह शिविर केवल स्वास्थ्य जांच के लिए नहीं, बल्कि डॉक्यूमेंटेशन सेवाओं के लिए भी खास रहा।
भिलाई । दुर्ग पुलिस द्वारा भिलाई के सेक्टर-6 स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित मेगा हेल्थ एंड डॉक्यूमेंटेशन कैंप में पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कैंप में जहां आई, डेंटल और जनरल हेल्थ चेकअप की सुविधा थी, वहीं 16 अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने परामर्श दिया।
इस शिविर की विशेष बात यह रही कि इसमें आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और लर्निंग लाइसेंस जैसी सेवाएं भी एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराई गईं।
DGP ने कैंप की तारीफ की, कहा—पुलिस परिवार को मिल रही बड़ी राहत
छत्तीसगढ़ के DGP अरुण देव गौतम ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस आयोजन की तारीफ करते हुए कहा:
"पुलिस कर्मियों की ड्यूटी इतनी व्यस्त होती है कि वे अपने या अपने परिवार के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते, जिसके कारण कई बीमारियां समय पर डायग्नोज नहीं हो पातीं। यह मेगा मेडिकल कैंप एक सराहनीय पहल है जिससे गंभीर बीमारियों की शुरुआती पहचान संभव होगी और समय पर इलाज मिल सकेगा।"
नक्सलवाद पर DGP का बयान: "2026 तक सामान्य स्थिति बहाल करना लक्ष्य"
मीडिया से बात करते हुए DGP गौतम ने नक्सलवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि—
"हमारी लड़ाई नक्सलियों से नहीं, असामान्यता से है। अगर कोई बंदूक लेकर समाज को डराता है, तो नॉर्मल पुलिसिंग का हिस्सा है कि हम उसे पकड़ें। 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में कार्य जारी है।"
दुर्ग में आयोजित यह मेगा मेडिकल और डॉक्यूमेंटेशन कैंप न केवल स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश लेकर आया, बल्कि यह दिखाता है कि पुलिस विभाग अब अपने मानव संसाधन की भलाई को भी प्राथमिकता दे रहा है। ऐसे शिविर समय-समय पर आयोजित होते रहें, तो पुलिस बल की कार्य कुशलता और मानसिक संतुलन में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।