भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 ने रचा इतिहास, 118 दिनों में 1 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन का रिकॉर्ड

बीएफ-8 ने तोड़ा अपना ही पुराना रिकॉर्ड, 18 मिलियन टन संचयी उत्पादन की नई उपलब्धि के साथ सेल इकाइयों में सबसे तेज बना ब्लास्ट फर्नेस

भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 ने रचा इतिहास, 118 दिनों में 1 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन का रिकॉर्ड

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 ने ऑपरेशनल उत्कृष्टता की नई मिसाल कायम करते हुए महज 118 दिनों में 10 लाख टन हॉट मेटल का उत्पादन कर नया रिकॉर्ड रचा है। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने न केवल इसके पुराने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा, बल्कि सेल की अन्य इकाइयों के लिए भी एक प्रेरक मानक स्थापित किया है।

भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 (बीएफ-8) ने अपने परिचालन इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए 1 मिलियन टन हॉट मेटल का उत्पादन केवल 118 दिनों में पूरा कर लिया है। यह रिकॉर्ड बीएफ-8 द्वारा ही पूर्व में बनाए गए 126 दिनों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए हासिल किया गया है, जो उत्पादन क्षमता और तकनीकी दक्षता का प्रमाण है।

बीएफ-8 की यह उपलब्धि उसकी 17 मिलियन टन से 18 मिलियन टन के संचयी उत्पादन लक्ष्य की यात्रा का हिस्सा है। यह इकाई अब स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की अन्य इकाइयों में सबसे तेज़ प्रदर्शन करने वाली ब्लास्ट फर्नेस बन गई है।
21 जून 2025 को बीएफ-8 ने 18 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन पूरा किया, जिसे हासिल करने में इसे मात्र 2696 दिन लगे। यह समय अन्य इकाइयों की तुलना में कहीं तेज़ है – राउरकेला इस्पात संयंत्र के बीएफ-5 को यही लक्ष्य पाने में 2800 दिन और इस्को स्टील प्लांट के बीएफ-5 को 3123 दिन लगे थे।

इस शानदार उपलब्धि के उपलक्ष्य में 23 जून 2025 को बीएफ-8 के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष (सीसीआर) में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) श्री तापस दासगुप्ता और मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) श्री मनोज कुमार उपस्थित रहे।

श्री तापस दासगुप्ता ने बीएफ-8 की टीम को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई देते हुए आगामी 1 मिलियन टन लक्ष्य को 110 दिनों में प्राप्त करने की प्रेरणा दी। उन्होंने संयंत्र में तकनीकी सुधार, दक्षता और निरंतर उन्नति की संस्कृति की सराहना की और इसे भविष्य की बड़ी उपलब्धियों की नींव बताया।

भिलाई स्टील प्लांट की यह उपलब्धि न केवल औद्योगिक उत्पादकता के क्षेत्र में मील का पत्थर है, बल्कि यह टीम भावना, तकनीकी नेतृत्व और रणनीतिक प्रबंधन की भी एक प्रेरणादायक मिसाल है।