शाह की 'नक्सलवाद खात्मे' पर आज मीटिंग, साय दिल्ली पहुंचे...टारगेट माओवाद-2026 पर बनेगी रणनीति

नक्सलवाद के खात्मे को लेकर सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बैठक लेंगे। 3 दिन पहले ही जवानों ने 31 नक्सलियों को दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर मार गिराया है। ये अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन रहा। CM विष्णुदेव साय इस बैठक में मौजूद रहेंगे। उनके साथ चीफ सेक्रेटरी और DGP भी दिल्ली गए हैं। हाल ही में रायपुर में एक बैठक में शाह ने कहा था- हम मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म कर देंगे। बैठक में आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया गया है। दिल्ली रवाना होने से पहले CM साय ने बताया कि पिछले 9 महीनों में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई बढ़ी है।
नक्सलियों के खिलाफ गृह मंत्रालय राज्यों के साथ बड़ा प्लान तैयार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग रोकी गई, वैसे ही नक्सलियों को रोकने के लिए बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है।
केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में साल 2010 के मुकाबले 2023 में नक्सल हिंसा में 72% और मृत्यु में 86% कमी आई है। इस साल देश में 202 नक्सली मारे गए हैं। 2024 के शुरूआती 9 महीनों में 723 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसके साथ ही वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 38 रह गई है।
प्रदेश में हुए एनकाउंटर के बाद देर रात ही CM हाउस में एक हाई प्रोफाइल बैठक बुलाई गई थी। इसमें DGP और नक्सल ऑपरेशन चीफ को CM ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई ना बरती जाए। साथ ही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में जवानों के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में कमी ना हो। अफसरों ने मुख्यमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के सफाया के लिए एंटी नक्सल अभियान लगातार जारी रहेगा।
CM ने 4 अक्टूबर को बीजापुर का दौरा भी किया था। उन्होंने कहा था- आज बीजापुर में मैंने पुलिस जवानों और माओवादी आतंकवाद प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन सभी को अब यह विश्वास हो गया है कि इस हिंसा का अंत होने वाला है। बस्तर आज विकास और शांति की ओर तेजी से अग्रसर है। सरकार के कार्यों से बस्तर की जनता में नई आस जगी है। जनता में विश्वास बढ़ा है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ माओवादी आतंकवाद से मुक्त होगा।