स्वर्ण वेश में जगन्नाथ जी ने रथ से दिए दर्शन, 8 जुलाई को श्रीमंदिर में होगा नीलाद्री विजय
देवशयनी एकादशी तक रथ पर ही विराजमान रहेंगे भगवान; भोग, पूजा और दर्शन का भव्य आयोजन

भिलाई के ट्विन सिटी क्षेत्र में रथयात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा आज श्रीमंदिर लौट आए, लेकिन अगले तीन दिन तक रथ पर ही विराजमान रहेंगे। स्वर्ण वेश में सजे भगवान के भव्य दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। पूजा, भोग और भक्ति के इस पर्व को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।
भिलाई। ट्विन सिटी क्षेत्र में भगवान जगन्नाथजी, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की वापसी रथ पर विराजमान होकर श्री मंदिर में हुई। हालांकि तीन दिन तक वे रथ पर ही विराजमान रहेंगे और वहीं पर पूजा-अर्चना, भोग और दर्शन की प्रक्रिया जारी रहेगी।
आज सुबह भगवान का विशेष स्नान कराकर उन्हें स्वर्ण वेश में सजाया गया। इस वेश में भगवान को सोने से निर्मित हाथ, पैर, मुकुट, पंजा और सहस्त्र भगवान धारण कराए गए। साथ ही सुगंधित फूलों की मालाएं और पुष्प अर्पित किए गए, जिससे वातावरण भक्तिमय और सुरभित हो गया।
भोग-विधि में विशेष फल और प्रसाद शामिल सुबह के गोपाल बल्लभ भोग में आम, केला, पका कटहल, सेव, सुपारी, अनानास सहित कई फलों का अर्पण किया गया। मध्यान्ह भोजन में कोरा, बलभ, मालपुआ, खई, गजा, काकरा और मंडुआ जैसे पारंपरिक पकवानों का भोग लगाया गया। पश्चात श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया, जिसे सभी ने हर्षोल्लास के साथ ग्रहण किया।
एकादशी और नीलाद्री विजय का विशेष आयोजन आज देवशयनी एकादशी रथ पर ही मनाई जा रही है और कल अधर पंणा उत्सव भी रथ पर ही संपन्न होगा। 8 जुलाई को शाम 5 बजे भगवान जगन्नाथ का श्रीमंदिर में भव्य प्रवेश नीलाद्री विजय के रूप में मनाया जाएगा।
इस आयोजन को सफल बनाने में पं. श्री तुषार कान्त महापात्र, समिति अध्यक्ष दिलीप महंती, महासचिव ललित पाणिग्रही, अरुण पंडा, गजेंद्र पंडा, रविंद्र साहू, शरद विशाल, जितेंद्र भूइंया, सन्यास साहू, संजय साहू, सुभाष साहू, रविंद्र मुनी, प्रशांत सामल, शशिभूषण महंती, दंडासी पटनायक, हरि रावत, प्रभात त्रिपाठी, नीलमणि नायक, राजेंद्र पंडा, संतोष महाराणा, सीमांचल महंती, बलराम रथ, गौरी साहू, राजीव भूइंया समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की सक्रिय सहभागिता रही।