10 मीटर ऊंचे डोम के नीचे सिर्फ 2 फीट नींव! आयुक्त ने खुद करवाया कॉलम ध्वस्त

तालपुरी में निर्माणाधीन डोम शेड में भारी अनियमितता उजागर, सरिया भी मानक से कम; निर्माण एजेंसी को नोटिस, काम नए सिरे से शुरू कराने के निर्देश

10 मीटर ऊंचे डोम के नीचे सिर्फ 2 फीट नींव! आयुक्त ने खुद करवाया कॉलम ध्वस्त

रिसाली नगर निगम क्षेत्र के तालपुरी बी ब्लॉक में बन रहे डोम शेड की गुणवत्ता पर सवाल उठ गए हैं। महज़ 2 फीट गहराई की नींव पर 10 मीटर ऊँचे डोम का पिलर खड़ा किया जा रहा था, जिसे आयुक्त मोनिका वर्मा ने मौके पर पहुंचकर तुड़वाया। जांच में सरिए की मोटाई भी नियम विरुद्ध पाई गई। आयुक्त ने ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्माण कार्य को दोबारा और मानकों के अनुसार शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

रिसाली। रिसाली नगर निगम आयुक्त मोनिका वर्मा ने निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता की समीक्षा के दौरान तालपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी बी ब्लॉक में निर्माणाधीन डोम शेड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि 10 मीटर ऊंचे डोम शेड के लिए मात्र 2 फीट गहरी नींव तैयार की गई थी, जबकि मानक के अनुसार यह गहराई कम से कम 5 फीट होनी चाहिए थी।

निर्माण एजेंसी दीवान कंस्ट्रक्शन द्वारा की जा रही इस लापरवाही पर आयुक्त ने तत्काल सख्ती दिखाते हुए JCB से सभी 10 कॉलम तुड़वाने के निर्देश दिए और कार्य को नए सिरे से, तकनीकी मानकों के अनुरूप शुरू करने को कहा।
निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता अखिलेश गुप्ता, जयंत शर्मा, रेवती रमन एवं लोक निर्माण विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

 नींव की गहराई में खेल:
निर्माण एजेंसी ने कागजों में कॉलम के लिए 5 फीट गहरी नींव का दावा किया था, लेकिन जमीनी सच्चाई में मात्र 2 फीट गहराई पाई गई। इस अनदेखी से डोम शेड की स्थिरता और लोगों की सुरक्षा दोनों को खतरा हो सकता था।

 सरिए की मोटाई भी नियमों के विरुद्ध:
जांच में यह भी सामने आया कि कॉलम व बेस के लिए नियमानुसार 12 एम.एम. सरिए का उपयोग किया जाना था, किंतु ठेकेदार ने 8 एम.एम. और 10 एम.एम. के मिक्स सरिए का प्रयोग किया। अधिकारियों ने इसे गंभीर तकनीकी चूक मानते हुए ठेकेदार संदीप साहू को नोटिस जारी किया है।

 20 लाख का प्रोजेक्ट, 8 लाख का डोम शेड:
निगम द्वारा 20 लाख रुपये का कार्यादेश इंटरनेशनल कॉलोनी के क्लब हाउस के पास कार्य हेतु जारी किया गया था, जिसमें हाईमास्ट लाइट लगाने का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है। डोम शेड की लागत लगभग 8 लाख रुपये है, जिसकी गुणवत्ता जांच के बाद अब पुनः कार्य शुरू होगा।

 आयुक्त मोनिका वर्मा ने साफ निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक निर्माण कार्य की बारीकी से निगरानी की जाए और जहां भी अनियमितता दिखे, तत्काल कार्रवाई की जाए।