ऑपरेशन सिंदूर: भारत की रात में गूंजती चुप्पी, पाकिस्तान में दहशत की सुबह
22 अप्रैल की सुबह शहीद हुए थे जवान, 7 मई की रात आतंक का जवाब मिल गया।

बीती रात घड़ी में 1:05 बजे का वक्त था। नींद में डूबा भारत चुप था, लेकिन आसमान में गरज रही थी भारतीय वायुसेना। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू हो चुका था — वह जवाब जो 15 दिन पहले पहलगाम में हुए हमले का इंतजार कर रहा था।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकवादी ठिकानों को चुन-चुन कर ध्वस्त कर दिया। कुल 24 मिसाइलें दागी गईं और 100 से ज्यादा आतंकियों को एक ही रात में मौत की नींद सुला दिया गया। मारे गए आतंकियों में लश्कर-ए-तैयबा का हाई वैल्यू टारगेट हाफिज अब्दुल मलिक भी शामिल है।
वो रात, जब भारत ने बदला लिया
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने काफिले पर हमला किया था। उन जवानों के परिवारों का दर्द जब देश की रगों में दौड़ा, तो जवाब तय था — लेकिन वक्त और निशाना गुप्त रखा गया। जब पूरी दुनिया सो रही थी, तब भारत ने अपना दर्द मिसाइलों में बदलकर सीमा पार भेज दिया।
'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम भी एक संदेश है — यह उन सुहागनों को समर्पित है जिन्होंने अपना सिंदूर देश के लिए खो दिया।
टारगेट: आतंक का आधार, जवाब था एक ही – खत्म कर दो
भारतीय खुफिया एजेंसियों और सेना ने मिलकर पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी अड्डों की पहचान की थी:
- मुजफ्फराबाद का सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर – पहलगाम हमले के आरोपियों की ट्रेनिंग यहीं हुई थी।
- मुरीदके का मरकज तैयबा – यहीं पर हाफिज अब्दुल मलिक मारा गया।
- कोटली का गुरपुर कैंप – श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकियों का अड्डा।
- सियालकोट के दो खतरनाक अड्डे – सरजल और महमूना जाया कैंप, जहां से पठानकोट जैसी साजिशें निकलीं।
- भावलपुर का जैश हेडक्वार्टर – मरकज सुभानअल्लाह, जहां नए आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग होती थी।
वीडियो रिलीज, बयान सामने, पर हमला बोलता है खुद
सुबह 10 बजे भारत सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। सेना की दो महिला अधिकारी — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — ने जिस आत्मविश्वास से मिशन की जानकारी दी, वह खुद एक संकेत था: भारत अब चुप नहीं रहेगा।
वीडियो में दिखा कि किस तरह मिसाइलों की बौछारों ने आतंक के अड्डों को राख कर दिया।
पाकिस्तान की बौखलाहट: “भारत रुके तो हम भी रुकेंगे”
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, "अगर भारत हमला रोक दे, तो हम भी नहीं करेंगे।" ISPR के अनुसार, भारत ने 24 मिसाइलें दागीं, जिनमें कुछ को इंटरसेप्ट किया गया, लेकिन नुकसान मानने से भी इनकार नहीं किया गया।
PM मोदी की पूरी रात जागकर निगरानी
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन की हर गतिविधि पर नज़र रखी। ANI ने बताया कि पीएम ऑपरेशन शुरू होने से लेकर समाप्ति तक लगातार अपडेट लेते रहे।
‘सिंदूर’ सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, भारत का संदेश है: हमला करोगे तो जवाब मिलेगा
यह स्ट्राइक भारत की ओर से सिर्फ जवाब नहीं थी, यह एक रणनीतिक घोषणा थी – कि अगर कोई देश आतंक को पालता है, तो भारत सिर्फ निंदा नहीं करेगा, कार्रवाई करेगा।