छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के कलक्टरों को निर्देश जारी,तीन महीने तक रखेंगे दवाईयों का स्टॉक
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के कलक्टरों को निर्देश जारी,तीन महीने तक रखेंगे दवाईयों का स्टॉक
विश्व में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब भारत सरकार कोरोना से निपटने की तैयारियों में जुट गई है। सभी राज्यों में कोरोना से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए सरकार मॉक ड्रिल की मदद लेगी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी अस्पतालों में जीवन दायी उपकरणों को चलाने और कोरोना प्रबंधन प्रोटोकाल का मॉक ड्रिल किया जाएगा। दरअसल, चीन, जापान आदि देशों में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अब हर तरह की परिस्थिति से निपटने की पहले से तैयारी शुरू हो गई है। इसके तहत वेंटिलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, आक्सीजन कंसन्ट्रेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरणों की जांच करके उनको एक्टिव किया जाना है। ताकि विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए मैन पॉवर और उपकरणों की जरूरत का आंकलन किया जा सके।
मॉक ड्रिल की तैयारी करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना द्वारा जारी पत्र में कलेक्टरों को कोविड प्रोटोकॉल मैनेजमेंट के तहत मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है। साथ ही मॉक ड्रिल की रिपोर्ट केंद्र सरकार के पोर्टल में एंट्री करने के लिए भी कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने लिखा है कि प्रदेश में अभी कोविड की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें। साथ ही किसी भी तरह की भ्रामक खबर का खंडन करने के लिए भी कहा गया है ताकि लोगों में भय का माहौल न बने।
गली-मुहल्लों की पहचान कर बढाएं टीकाकरण की गति
राज्य सरकार ने कोविड संक्रमण से बचाव के लिए भी निर्देश जारी किया है। इसके तहत फ्रंट लाइन वर्कर का शत प्रतिशत टीकाकरण कराने और टीकाकरण की जिले स्तर पर समीक्षा करने के लिए कहा गया है। जहां टीकाकरण की रफ्तार धीमी है, उन गांवों, शहरों, वार्ड मोहल्ला और पारा को चिन्हित करके वहां टीकाकरण की गति बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। राज्य सरकार कोविड प्रोटोकॉल के तहत जरूरी दवाओं का भी सरकारी अस्पतालों में स्टॉक सुनिश्चत करने में जुट गई है। कलेक्टरों को आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में दवा, कन्ज्यूमेबल एवं रिएजेंट का तीन माह का स्टॉक हर हाल में सुनिश्चत करने के लिए कहा गया है।
इस तरह से परखेंगे अपनी तैयारी...
- जीवन रक्षक उपकरणों वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर को एक्टिव किया जाएगा
- पीएसए प्लांट को चालू किया जाएगा
- लिक्विड ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता का परीक्षण किया जाएगा
- ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन की जांच की जाएगी
- पता लगाएंगे कि कितने चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ जीवन रक्षक उपकरण चलाने में सक्षम हैं
इसलिए तैयारी कर रही सरकार
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग में कोविड के नए वेरिएंट बीएफ—7 से करोड़ों लोग संक्रमित हुए हैं। इस वेरिएंट को ज्यादा संक्रमणशील वेरिएंट बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसका इन्क्यूबेसन पीरियड कम है, और यह ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है। भारत में भी कुछ कोविड मरीजों में यह वेरिएंट पाया गया है।
इस बैठक से पहले मीडिया से चर्चा में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव कह चुके हैं कि यहां फिर से कोविड गाइडलाइन जारी की जाएगी। सिंहदेव ने कहा- इन्हें रिन्यू करना चाहिए। हम करेंगे भी। यह नियम होगा कि भीड़-भाड़ वाली जगह में एहतियात बरतें, जहां भी जाएं तो मास्क लगाकर जाना प्रारंभ करें ये अनिवार्य होगा। कोरोना है और हमारे बीच रहेगा ये स्वीकार कर लेना चाहिए नागरिकों को। बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी भी हम केंद्र से मांगेंगे और जांच करेंगे।
छत्तीसगढ़ एक बार फिर से कोरोना मामले में अलर्ट मोड पर जाने वाला है। इसकी तैयारियां छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है। मीडिया से चर्चा के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी कोविड-19 को लेकर छत्तीसगढ़ की तैयारियों को लेकर अहम बात कही है।स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोविड गाइडलाइन को लेकर कहा है कि इन्हें रिन्यू करना चाहिए। हम करेंगे भी। यह नियम होगा कि भीड़-भाड़ वाली जगह में एहतियात बरतें, जहां भी जाएं तो मास्क लगाकर जाना प्रारंभ करें ये अनिवार्य होगा।