दुर्ग को मिली 38.95 करोड़ की सौगात, बनेंगी दो फोरलेन सड़कें और सेंट्रल लाइब्रेरी

विधायक गजेन्द्र यादव की पहल पर राज्य सरकार ने दी स्वीकृति, विकास की रफ्तार पकड़ेगा दुर्ग शहर

दुर्ग को मिली 38.95 करोड़ की सौगात, बनेंगी दो फोरलेन सड़कें और सेंट्रल लाइब्रेरी

दुर्ग शहर के समग्र विकास की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। विधायक गजेन्द्र यादव की सक्रिय पहल और शासन स्तर पर प्रभावी संवाद के चलते दुर्ग को दो फोरलेन सड़कें, एक अत्याधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी और सिकोला नाला जैसे बहुप्रतीक्षित कार्यों के लिए ₹38.95 करोड़ की स्वीकृति मिली है। इस स्वीकृति को लेकर शहरवासियों में उत्साह है, वहीं विधायक ने इसे डबल इंजन की सरकार की प्राथमिकता बताया है।

दुर्ग। दुर्ग शहर के चहुँमुखी विकास को एक नई दिशा और रफ्तार देते हुए राज्य सरकार ने कुल ₹38.95 करोड़ की स्वीकृति दी है। इस राशि से शहर में दो नई फोरलेन सड़कें, एक सेंट्रल लाइब्रेरी सह रीडिंग ज़ोन और सिकोला नाला जैसे महत्वपूर्ण विकास कार्य पूरे किए जाएंगे। यह स्वीकृति विधायक गजेन्द्र यादव के सतत प्रयासों और दूरदर्शी सोच का प्रतिफल है।

विधायक यादव ने इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव का दुर्ग की जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह डबल इंजन की सरकार का असर है कि दुर्ग शहर अब तेजी से विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है।

नगरीय प्रशासन विभाग ने दुर्ग नगर निगम क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना, अधोसंरचना मद एवं सेंट्रल लाइब्रेरी योजना के तहत यह राशि मंजूर की है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बजट प्रावधान के अनुरूप स्वीकृति पत्र सौंपा।

विधायक यादव ने जानकारी दी कि बजट में शामिल प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:

  • जी.ई. रोड से स्टेशन रोड तक सड़क निर्माण (साइंस कॉलेज के पास) – ₹5.50 करोड़
  • सिकोला नाला निर्माण कार्य – ₹3 करोड़
  • स्टेशन रोड से शहीद चौक तक 800 मीटर फोरलेन सड़क – ₹9.75 करोड़
  • राजेन्द्र पार्क चौक से आईएमए चौक तक चौड़ीकरण एवं फोरलेन – ₹9.27 करोड़
  • 500 सीटर सेंट्रल लाइब्रेरी सह रीडिंग जोन परिसर – ₹11.42 करोड़
  • यानी कुल मिलाकर ₹38.95 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।

विकास की नींव रखने वाला निर्णय
विधायक यादव ने कहा कि यह केवल निर्माण कार्य नहीं, बल्कि दुर्ग की आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत आधारभूत संरचना का निर्माण है। शिक्षा, यातायात और शहरी जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में यह कदम दुर्ग को प्रदेश के अग्रणी शहरों की सूची में शामिल करेगा।