मूंग, मसूर समेत खाएं ये 3 दालें, बस एक कटोरी दाल से पाएं ढेरों सेहत लाभ
आपको प्रतिदिन अपने भोजन में अरहर, मूंग, मसूर, चना, उड़द जैसी दालें शामिल करनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि ये सभी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं.

दाल भारतीय भोजन का प्रमुख हिस्सा है. इसके बिना जैसे भोजन अधूरा हो. रोटी हो या चावल, दाल हो तो खाने का स्वाद बढ़ जाता है. दाल ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि शरीर को कई तरह के पौष्टिक तत्व भी प्रदान करती है. दाल की कई वैरायटी होती है, जिसमें मसूर दाल, अरहर, चना, मूंग, उड़द आदि दालों का खूब इस्तेमाल किया जाता है. इनसे कई तरह की रेसिपी भी बनाई जाती है. प्रत्येक साल आज (10 फरवरी) के दिन ‘वर्ल्ड पल्सेस डे’ यानी ‘विश्व दलहन दिवस’ (मनाया जाता है. विभिन्न वैरायटी की दालें किस तरह से सेहत को लाभ पहुंचाती हैं, आइए इसके बारे में जानते हैं यहां.
दाल में मौजूद पोषक तत्व
स्वस्थ रहने के लिए हर किसी को प्रतिदिन एक कटोरी दाल अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. मटर, लेंटिल्स, बीन्स जैसी दालें प्लांट प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत तो हैं हीं, इनमें कई अन्य पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं. आमतौर पर दालें प्रोटीन, फाइबर, आवश्यक अमीनो एसिड लाइसीन, माइक्रोन्यूट्रिएंट से भरपूर होती हैं. इनमें विटामिंस और मिनरल्स जैसे आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक, फोलेट आदि होते हैं. फाइबर में घुलनशील और अघुलनशील दोनों ही मौजूद होते हैं. ऐसे में दाल खाकर आप अपना वजन भी कंट्रोल में रख सकते हैं.
दाल खाने के सेहत लाभ
-दालों में फाइबर होता है, जो धीरे-धीरे पचने वाले स्टार्च और प्रोटीन युक्त भोजन करने के बाद ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकते हैं. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों के रूप में दालें डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में सहायता कर सकती हैं.
-दाल खाकर आप कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से बचे रह सकते हैं. दाल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है. दाल खाकर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज कर सकते हैं. एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करने के लिए नियमित रूप से दाल खाना फायदेमंद होता है. ये दोनों ही समस्याएं हार्ट डिजीज के रिस्क का कारण बनती हैं.
– शोध से पता चलता है कि दाल खाने से पेट देर तक भरा रहता है, जिससे आपको जल्दी-जल्दी भूख का अहसास नहीं होता. ऊर्जा प्रतिबंधित आहार में उपयोग किए जाने पर दाल वजन घटाने में भी काफी कारगर साबित होती है. चूंकि, दाल में फाइबर बहुत अधिक होता है, इसलिए पेट देर तक भरा रहता है. आप अधिक खाने से बचे रहते हैं.
डाइट में जरूर शामिल करें ये 5 तरह की दालें
– आपको प्रतिदिन अपने भोजन में अरहर, मूंग, मसूर, चना, उड़द जैसी दालें शामिल करनी चाहिए. मूंग दाल में प्रोटीन, फॉस्फोरस, जिंक, फाइबर आदि होते हैं, जो हेल्दी रहने में फायदेमंद साबित हो सकते हैं. मूंग दाल कोलेस्ट्रॉल लेवल नहीं बढ़ने देती है. यह दाल आसानी से पचने वाली होती है.
– उड़द दाल खाने से शरीर को आयरन, कैल्शियम, विटामिंस, फाइबर प्राप्त होते हैं. पेट की सेहत को दुरुस्त रखती है. पाचन शक्ति को बढ़ावा देती है. उड़द दाल से बनी चीजों के सेवन से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है.
-अरहर दाल को तुअर दाल भी कहा जाता है. यह दाल सबसे अधिक बनाकर लोग खाना पसंद करते हैं, क्योंकि यह स्वाद में अच्छी होने के साथ ही पकती भी जल्दी है. इसमें भी फाइबर, प्रोटीन, आयरन, बी विटामिंस, फॉलिक एसिड आदि मौजूद होते हैं. किसी भी दाल के सेवन से आपकी आंखें स्वस्थ बनी रहती हैं. महिलाओं को प्रेग्नेंसी में फॉलिक एसिड प्राप्त करने के लिए अरहर दाल का सेवन अवश्य करना चाहिए.
– मसूर दाल यानी पिंक दाल का भी लोग खूब इस्तेमाल करते हैं. इसे अरहर दाल के साथ मिलाकर भी बनाया जाता है. फाइबर, प्रोटीन, फोलेट से भरपूर मसूर दाल संपूर्ण सेहत के लिए बेहतर होती है. मसूर दाल का इस्तेमाल स्किन केयर में भी खूब किया जाता है. मसूर दाल से तैयार फेस पैक त्वचा को साफ, बेदाग, कोमल बनाकर एक्ने, मुंहासों की समस्या कम करने में फायदेमंद होता है. ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बूस्ट करती है.