मूल छत्तीसगढ़िया महिला गाड़ा समाज का सम्मान समारोह सफलतापूर्वक सम्पन्न

रायपुर। छत्तीसगढ़, सर्व विदित हो कि विगत दिवस राजधानी रायपुर प्रांगण के तत्वावधान में, मूल छत्तीसगढ़िया महिला गाड़ा समाज के सम्मान समारोह में, सभापति श्रीमती ईश्वरी देवी नायक भिलाई, के आयोजन कर्ता: श्रीमती लक्ष्मीनाग रायपुर, श्रीमती लक्ष्मी सिंह चौहान दुर्ग सरायपाली, श्रीमती सरिता चौहान रायगढ़, के संग सरायपाली विधायिका सम्मानिया श्रीमती चतुरी-डीग्रीलाल नन्द जी के मुख्य आतिथ्य में विशेष अतिथि:- श्रीमती किरन बघेल रायपुर, श्रीमती शीतल कुलदीप रायपुर, श्रीमती पुष्पलता सेरवा राजनांदगांव, श्रीमती रेखा देवदास राजनांदगांव, श्रीमती चन्द्रकला कुलदीप रायपुर, श्रीमती कृतिका रावना दुर्ग, श्रीमती गौरी चौहान कोरबा, श्रीमती मानकुंवर गंधर्व दुर्ग, श्रीमती वंदना नायक भिलाई, श्रीमती सरस्वती चौहान कोरबा, श्रीमती गौरी चौहान कोरबा, श्रीमती शान्ता गंधर्व बिलासपुर, श्रीमती श्यामा चौहान सारंगढ़, श्रीमती रीना सोनवानी धमतरी, के साथ महिला गाड़ा समाज के प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्रीमती संतोषी देवदास संचालन कर्ता थी।
मुख्य अतिथि ने छत्तीसगढ़ के सभी संगठन के “मूल छत्तीसगढ़िया महिला गाड़ा समाज” को आदिवासी संस्कृति में अपनी जाति की “पहचान” और “एक रीति-रिवाज” में महासंगठन में एकरूपता बनाकर एकीकरण पर जोर दिये। छत्तीसगढ़ के सभी जिले में आदिवासी संस्कृति पर महिला गाड़ा समाज का गठन किया जायेगा।
इस छत्तीसगढ़ के महिला सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ राज्य से, श्रीमती मीना गाड़ा कोरबा, श्रीमती गायत्री चौहान कोरबा, श्रीमती राधिका चौहान कोरबा, श्रीमती प्रियंका करैत रायपुर, श्रीमती चित्ररेखा देवदास धमतरी, श्रीमती झरना देवी देवदास धमतरी, श्रीमती रेखा चौहान सारंगढ, श्रीमती श्यामा चौहान सारंगढ़, श्रीमती सत्यभामा चौहान सारंगढ़, श्रीमती पुष्पा चौहान रायगढ़, श्रीमती कौशिल्या देवदास चारामा, श्रीमती मीना देवदास रायपुर, श्रीमती कोमल चौहान रायपुर, श्रीमती लक्ष्मी नाग रायपुर, श्रीमती कुन्ती गंधर्व दुर्ग, श्रीमती रूपा सागर बिलासपुर, श्रीमती रेवती कुलदीप बिलासपुर, श्रीमती संजना कुलदीप रायपुर, श्रीमती चन्द्रकला गंधर्व बिलासपुर, श्रीमती जया देवदास रायपुर, आदि सैकड़ों महिला कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ के सभी जिले उपस्थिति दर्ज कराये थे। इस कार्यक्रम का समापन समारोह श्रीमती किरन बघेल और श्रीमती शीतल कुलदीप के उदबोधन के साथ सर्व सम्मति से सफलता के साथ “आदिवासी संस्करण जय जोहार” संगीत-नृत्य कला के साथ इस महिला “ सम्मान समारोह” को सम्पन्न किया गया।