नवमीं पर श्रीराम जन्मोत्सव समिति का होगा आयोजन, हुई बैठक

श्रीरामनवमी उत्सव में 1101 मठ-मंदिरों की लघु शोभायात्राएं होंगी शामिल, पारंपरिक अखाड़े व पुष्पवर्षा आकर्षण का केंद्र

  • दिखेगी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर
  • ककार्नर पायोजित होने वाले भव्य श्रीरामनवमी उत्सव न्यूज 01 मठ-मंदिरों की लघु शोभायात्राएं शामिल

भिलाई। ट्विनसिटी में आयोजित होने वाले श्रीरामनवमी उत्सव एवं शोभायात्रा को लेकर शनिवार को श्रीराम जन्मोत्सव समिति की बैठक क्टर-9 में आयोजित की गई। इस वर्ष 6 अप्रैल श्री, जिनमें बाबा भोलेनाथ, भगवान चतुर्भुजी, माँ बम्लेश्वरी और माँ दंतेश्वरी की झांकी, पारंपरिक अखाड़े, पंथी नृत्य, राउत नाचा एवं भजन संध्या सहित पुष्पवर्षा रामभक्तों के आकर्षण का केंद्र रहेंगे। बैठक में समिति के संरक्षक, प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने समिति द्वारा पूर्व में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए आयोजन पर प्रकाश डाला। बैठक में समिति के युवा विंग अध्यक्ष एवं भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनीष पाण्डेय ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन मर्यादा, आदर्श और नैतिकता की मिसाल है। उनके चरित्र से हमें समाज और राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है। इस वर्ष श्रीरामनवमी के अवसर पर आयोजन और भी विशेष होगा, जिसमें धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य श्रीराम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना है। इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए शहर के प्रमुख मार्गों से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।

अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहना आवश्यक- प्रेम प्रकाश

बैठक को संबोधित करते हुए समिति के संरक्षक प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि आज जब विज्ञान और तकनीक में हम निरंतर प्रगति कर रहे हैं, ऐसे समय में हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहना आवश्यक है। हमारी परंपराओं में प्रकृति पूजन का विशेष महत्व है, जिसमें पर्वत, नदियों, वृक्षों और पक्षियों की पूजा की जाती है। यह हमारी प्रकृति और पर्यावरण के प्रति सम्मान को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि श्रीरामनवमी का पर्व हमें न केवल धार्मिक रूप से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी जोड़ता है। 

बैठक में उपस्थित समिति के सदस्यों ने श्रीरामनवमी उत्सव को भव्य और ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया। शोभायात्रा के दौरान पुष्पवर्षा और झांकियों के माध्यम से इसे भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा। साथ ही, शहर के विभिन्न स्थानों पर रामायण पाठ, भजन संध्या और धार्मिक प्रवचन का आयोजन किया जाएगा।

जिला अध्यक्ष मदन सेन ने बताया कि आज से 10 मार्च तक सभी प्रखंडों एवं वार्डों की बैठक आयोजित की जाएगी। वहीं 23 मार्च को ध्वज प्रमुखों का सम्मान कार्यक्रम बीएसएनएल चौक, सेक्टर-1 के समीप मैदान में संपन्न किया जाएगा। समिति के प्रांतीय महामंत्री बुद्धन ठाकुर ने बताया कि इस ऐतिहासिक शोभायात्रा में 1101 मठ-मंदिरों की लघु शोभायात्राएं शामिल होंगी, जिनमें बाबा भोलेनाथ, भगवान चतुर्भुजी, माँ बम्लेश्वरी और माँ दंतेश्व माँ दंतेश्वरी की शोभायात्राएं प्रमुख होंगी। इस आयोजन में भव्य झांकियां, पारंपरिक अखाड़े, पंथी नृत्य, राउत नाचा एवं भजन संध्या विशेष आकर्षण होंगे, जो धार्मिक आस्था और छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाएंगे। बैठक में कोर कमेटी के सभी सदस्य, जिला पदाधिकारी एवं सभी शाखाओं के प्रत्येक प्रखंड के पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।