शिवनाथ महोत्सव में सुबह रात तक पहुंचे लाखों लोग:51 हजार दीयों के बीच बनारस की तर्ज पर हुई महा आरती और भव्य आतिशबाजी

शिवनाथ महोत्सव में सुबह रात तक पहुंचे लाखों लोग:51 हजार दीयों के बीच बनारस की तर्ज पर हुई महा आरती और भव्य आतिशबाजी

हर साल की तरह इस बार भी 1 जनवरी को बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर दुर्ग के शिवनाथ नदी तट पर महा आरती आयोजित ही। ये महा आरती शिवनाथ महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित की गई। इस महोत्सव में शामिल होने सुबह से लेकर रात तक लाखों लोग पहुंचे। नए साल के पहले दिन सोमवार को शिवनाथ नदी तट पर शिवनाथ महोत्सव का आयोजन किया गया। यहां सुबह 11:00 बजे से लेकर देर रात तक अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। एक तरफ जहां मंच के माध्यम से कलाकारों ने शिव भजन एवं फिल्मी गीतों की प्रस्तुति दी। वहीं शाम ढलते ही सामाजिक कार्यकर्ता और वरुण जोशी की अगुवाई में शिवनाथ नदी की तट पर 51 हजार दिये जलाए गए और उनकी टिमटिमाटी रोशनी के बीत बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर महाआरती की गई।

दियों की रोशनी से जगमगाया शिवनाथ नदी का घाट

महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य आयोजन करता है वरुण जोशी ने बताया कि आज से कुछ समय पहले शिवनाथ नदी जो कि विश्व की पहली नदी होगी जिसे लीज पर दिया गया था। उसकी लीज मुक्ति होने के बाद एवं बढ़ते प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से यह आयोजन हर साल किया जाता है. ये पिछले 4 सालों से लगातार होता आ रहा है। आने वाले समय में लोगों को जागरूक करने के लिए इससे बड़े नेताओं से लेकर के सभी वर्गों को जुड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि दुर्ग जिले की जीवनदायनी शिवनाथ नदी को बचाया जा सके।

हर साल नए साल पर शिवनाथ महोत्सव का आयोजन होने से यह लोगों के लिए नए साल का सबसे पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बनता जा रहा है। यहां लोग सुबह से आते हैं। भगवान शंकर और शिवनाथ नदी में जल अर्पण करके पूजा पाठ करते हैं। इसके बाद मंच पर चल रहे कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं। इस दौरान बच्चे खेल कूद और बड़े सेल्फी जोन का आनंद लेते हैं। इसे देखते हुए इस बार यहां काफी भीड़ रही।