9 भाजपा पार्षदों को शोकॉज नोटिस जारी:आयुक्त ने कहा- 4 मई तक दें जवाब, नहीं तो होगी बर्खास्तगी

भिलाई. भिलाई नगर निगम से भाजपा के जिन 9 पार्षदों की बर्खास्तगी के लिए संकल्प पत्र लाया गया है। निगम आयुक्त रोहित व्यास के द्वारा भेजा गया पत्र दुर्ग संभागायुक्त महादेव कावरे को मिल गया है। कार्यालय से सभी 9 पार्षदों को नोटिस जारी कर 4 मई तक उनका जवाब मांगा गया है। पार्षदों ने संतोष जनक जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई हो जाएगी।
31 मार्च को निगम के सामान्य सभा की बैठक में नेता प्रतिपक्ष सहित सभी भाजपा पार्षदों ने जबरदस्त विरोध किया महापौर द्वारा दिए गए उपहार को सदन में लौटाया था। इसके बाद सभापति ने सदन की मर्यादा का सवाल उठाते हुए निगम कमिश्नर रोहित व्यास से शिकायत की थी। मामले में कमिश्नर ने 9 भाजपा पार्षदों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए संभागायुक्त महादेव कावरे को पत्र लिखा था।
इसके बाद सोमवार को दुर्ग संभागायुक्त ने नौ भाजपा पार्षदों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि क्यों न सदन में अमर्यादित 'व्यवहार के लिए आपकी बर्खास्तगी कर दी जाए? इसमें सभी से आरोपों को लेकर 4 मई तक जवाब मांगा गया है। उन पर आरोप है कि सदन में उपहार लौटाकर सदन की मर्यादा भंग की है। इसके साथ ही निगम की सियासत गरमा गई है।
दुर्ग के संभागायुक्त महादेव कावरे का कहना है कि उन्हें भिलाई नगर निगम आयुक्त का पत्र मिला था। उसके बाद उन्होंने सभी 9 भाजपा पार्षदों को नोटिस जारी किया है। सभी से 4 मई तक जवाब देने कहा गया है। उन पर सदन के अंदर अनुशासन तोड़ने का आरोप है। पार्षदों के जवाब मिल जाने के बाद उस पर विचार किया जाएगा। उसके बाद ही नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ पार्षद भोजराज सिन्हा का कहना है कि आरोप सदन के अंदर गिफ्ट (मिक्सर फूड प्रोसेसर) लौटाने का नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयास है। दरअसल सेक्टर 7 में निर्माणाधीन बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण इतना अमानक हुआ था कि वो बनने से पहले ही ढह गया। यहां तक की उसके कॉलम तक टूट गए थे। इस बिल्डिंग को देखकर लोगों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि कांग्रेस शासन में इतना भ्रष्टाचार हो रहा है।
इसके बाद भी निगम प्रशासन ने निर्माण करने वाले ठेकेदार मे. किरण कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं इस निर्माण को कराने के लिए जो सबसे बड़ा जिम्मेदार अधिकारी सहायक अभियंता मो. वसीम खान है, उसे सस्पेंड करने की जगह सीधे सचिव बना दिया गया और एक सब इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया। भाजपा पार्षदों ने इसी मुद्दे को सदन में उठाना चाहा तो उनका मुह बंद कराने के लिए उनके खिलाफ बिना नियम के ये कार्रवाई की जा रही है।