छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा क्रिसमस ट्री:रात 12 बजे केक काटकर मनाई खुशियां, चर्च में हुई विशेष आराधना

बिलासपुर। प्रभु यीशु के जन्मोत्सव से पहले रविवार को बिलासपुर में मसीही समाज क्रिसमस की खुशियों में डूबा रहा। इस मौके पर शहर के सभी चर्चों में बड़ी संख्या में लोग कैरोल सॉन्ग और प्रार्थना में शामिल हुए। वहीं, प्रभु के जन्म की खुशी में केक काटकर विशेष आराधना की गई। मिशन हॉस्पिटल कंपाउंड में छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा क्रिसमस ट्री बनाया गया है, जो लोगों के आकर्षकण का केंद्र बना रहा।
दरअसल, यीशु के जन्मोत्सव को लेकर पिछले 15 दिनों से अलग-अलग आयोजन हो रहे हैं। प्रभु का संदेश देने कैरोल सिंगिग करने बाले गड़रिए लोगों के घर पहुंचते रहे। देर रात तक वे कैरोल सिंगिंग के जरिए यीशु का संदेश देते रहे। रविवार की रात बारह बजे समाज के लोगों ने चर्च और गिरजा घरों में जोरदार आतिशबाजी की। विशेष आराधना कर प्रभु यीशू को याद किया गया। इस मौके पर सभी ने मैरी क्रिसमस कहते हुए एक-दूसरे को बधाई दी। बिशप और अन्य लोगों ने प्रभु यीशु की प्रतिमा के पाव चूमे और प्रार्थना की। वहीं, सांता क्लाज बच्चों को टॉफियां बांटने के साथ उनके बीच आकर्षण का केंद्र बने रहे। कई अन्य स्थानों पर हुए आयोजनों में रंगीन वेशभूषा में बच्चों ने जिंगल बेल जिंगल बेल गाने पर आकर्षक और मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। मिशन अस्पताल परिसर में डॉक्टर रमन जोगी ने क्रिसमस के अवसर पर 25 फीट ऊंचा मेगा क्रिसमस ट्री तैयार किया है। इसे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा क्रिसमस ट्री बताया जा रहा है। डॉ. जोगी ने बताया कि इसके लिए उन्होंने दिल्ली से आरजीबी लाइट मंगाई है। यह लाइट कंप्यूटराइज्ड प्रोग्राम के आधार पर जलती है। इसे तैयार करने में 4 दिन लगे हैं। इस क्रिसमस ट्री को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही।
सभी चर्च में प्रभु यीशु के जीवन पर आधारित झांकियां भी सजाई गई है। सभी ने प्रभु के सात वचनों को दोहराया। फादर ने प्रभु यीशु के संदेश और सच्चरित पाठ किया। सामूहिक प्रार्थना के बाद बिशप ने लोगों से कहा कि वे सेवा और परोपकार के कार्यों में शामिल हों और सद्भाव कायम रखें।
भारत माता चर्च समाज के लोगों से भरा था। रात 12 बजे गौशाला में प्रभु यीशु का जन्म हुआ। फादर ने इसका संदेश दिया और लोग झूम उठे। एक दूसरे को बधाई दी। सीएमडी चौक स्थित चर्च ऑफ ख्राइस्ट में पास्टर सुदेश पाल ने कहा कि प्रभु यीशु के प्रेम व सद्भाव के संदेश को अमल में लाएं। ऐसा करने पर ही विश्व में शांति और सद्भाव की की स्थापना हो सकती है। साथ ही प्रभु यीशु के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं, जिससे आपसी प्रेम व भाईचारा बना रहे। भारत माता चर्च में पास्टर ने कैरोल गायन के बाद सहभागिता में पवित्र मिस्सा अर्पित की गई। प्रवचन ने पास्टर ने कहा कि “प्रभु यीशु ख्रीस्त का जन्म इसलिए हुआ कि ईश्वर मानव को चाहता है। मानव और ईश्वर का यह रिश्ता पाप के कारण टूट गया था। पाप का निवारण करने प्रभु ने मानव रूप में जन्म लिया ताकि यह रिश्ता फिर से जुड़ जाए और मानव को दुखों से मुक्ति मिले।
शहर की सभी चर्चों में रविवार को क्रिसमस की विशेष आराधना की शुरुआत सुबह से हुई। डिसाईपल्स चर्च आफ ख्राइस्ट सिविल लाइन, सेंट आगस्टीन चर्च तारबाहर, चर्च आफ ख्राइस्ट कुदुदंड, विलीवर्स चर्च मंगला, माथोमा चर्च नेहरू नगर, चर्च आफ नार्थ इंडिया सीएमडी चौक, डिसाईपल्स चर्च आफ ख्राइस्ट तारबाहर, सेक्रेट हार्ट चर्च सहित अन्य चर्च में होने वाली आराधना में मसीहीजन जुटे।