टोलाघाट में शिवभक्ति का महासागर: 31 हजार श्रद्धालुओं ने किया ‘एक मुट्ठी दान’, भव्य कांवड़ यात्रा में गूंजे हर-हर महादेव के जयघोष
पाटन से निकली विशाल कांवड़ यात्रा, भगवान भोलेनाथ को अर्पित किया जल; समापन पर महाप्रसादी के साथ शिवभक्तों ने की सुख-शांति की कामना

सावन माह की शिवभक्ति में डूबी पवित्र वेला में पाटन क्षेत्र से टोलाघाट तक आयोजित भव्य कांवड़ यात्रा में हजारों श्रद्धालु एक स्वर में "बोल बम" का उद्घोष करते नजर आए। इस आयोजन में 31 हजार से अधिक भक्तों ने 'एक मुट्ठी दान' कर महाप्रसाद ग्रहण किया और भगवान शिव के चरणों में श्रद्धा का अर्पण किया।
दुर्ग (पाटन)। सावन के पावन सोमवार को बोल बम कांवड़ यात्रा समिति, पाटन क्षेत्र के तत्वावधान में भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा की अगुवाई संयोजक श्री जितेंद्र वर्मा ने की, जिसमें हजारों शिवभक्तों ने पाटन से टोलाघाट तक यात्रा कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।
पूरे मार्ग में "हर हर महादेव" और "बोल बम" के जयघोष गूंजते रहे। भक्तजन डीजे की मधुर धुनों पर नाचते-गाते, भक्ति में सराबोर होकर कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। आयोजन समिति द्वारा जलपान, चिकित्सा एवं सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई थी। यात्रा के समापन पर सभी श्रद्धालुओं ने भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त कर क्षेत्र की सुख-शांति की कामना की।
टोलाघाट के मंचीय कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष रूपनारायण सिन्हा ने कहा, "शिवभक्ति में किया गया कोई भी प्रयास निष्फल नहीं होता। यह यात्रा पाटन क्षेत्र की आस्था का प्रतीक बन गई है।"
जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक ने इसे जन-जन को जोड़ने वाला अध्यात्मिक पर्व बताते हुए संयोजक जितेंद्र वर्मा को बधाई दी।
दुर्ग महापौर अलका बाघमार ने कहा, "भगवान शिव अपने भक्तों की मुराद बिना कहे ही पूरी करते हैं। यह आयोजन आत्मा को स्पर्श करता है।"
वरिष्ठ समाजसेवी चतुर्भुज राठी ने इसे अध्यात्म और लोक आस्था का दुर्लभ संगम बताया।
संयोजक जितेंद्र वर्मा ने कहा, "यह आयोजन किसी एक व्यक्ति का नहीं, भगवान शिव के प्रति जनमानस की आस्था का परिणाम है। हर साल गांव-गांव से लोग स्वतःस्फूर्त रूप से कांवड़ लेकर निकलते हैं। यह परंपरा अब जन-जन का उत्सव बन चुकी है।"
इस पवित्र आयोजन में 31 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने 'एक मुट्ठी दान' कर महाप्रसाद ग्रहण किया और पुण्यलाभ प्राप्त किया। कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, संगठन पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया। समापन पर संयोजक श्री जितेंद्र वर्मा ने समस्त श्रद्धालुओं, प्रशासन और समिति के सहयोगियों का हृदय से आभार प्रकट किया।