मौसम का हाल:मानसून 19 दिन दूर... मई में सिर्फ एक बार 44 डिग्री पर पहुंचा पारा

मई की भीषण गर्मी ने लोगों को हलाकान कर दिया। लेकिन तापमान के रिकार्ड में इस बार पिछले साल से गर्म दिनों की संख्या कम ही रही है। इधर जून का पहला पखवाड़े में भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। तापमान के 19 जून के बाद दुर्ग संभाग में दाखिल होने की संभावना है।
गर्म दिनों के रिकार्ड पर नजर डालें तो इस साल 13 दिन ही तापमान 40 डिग्री के पार रहा। इसमें सिर्फ एक बार ही तापमान ने अपने सबसे उच्चतम स्तर 44 डिग्री को छुआ है। जबकि साल 2022 में मई का 22 दिन ऐसा रहा, जब तापमान 40 डिग्री तक पहुंचा या इससे अधिक रहा।
वहीं करीब 6 दिन तापमान 44 डिग्री के स्तर पर पहुंचा। बीते साल मई में एक दिन तापमान ने 44.4 डिग्री के रिकार्ड स्तर को भी छूआ। इस लिहाज से इस साल का मई कम दिनों की गर्मी लेकर ही आया था। इसकी बड़ी वजह मई के शुरुआती 10 दिनों में हुई जमकर बारिश भी रही।
इधर मौसम विभाग ने मानसून के 4 दिन देर से पहुंचने की संभावना जताई है। आमतौर पर दुर्ग संभाग में मानसून 15 जून तक दाखिल हो जाता है। लेकिन इस बार 19 जून के बाद मानसून के पहुंचने की संभावना जताई गई है। वहीं जून के पहले पखवाड़े में गर्मी से राहत मिलने की संभावना भी कम ही है।
द्रोणिका के असर से छा रहे बादल, उमस भी बढ़ रही
इन दिनों दो अलग-अलग द्रोणिका भी सक्रिय है। जिसके असर से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बन रही है। हालाकि जिले में अब तक बारिश दर्ज नहीं हुई है। लेकिन आसमान में बादल छा रहे हैं। इसकी वजह से उमस में बढ़ोतरी हो गई है। खासकर दोपहर बाद उमस और बढ़ रही है। जिससे लोग परेशान हैं। जून के पहले सप्ताह में भी उमस अपने चरम पर रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे राहत की उम्मीद है। वहीं 10 जून से प्री मानसून बौछारें भी पड़ेंगी। इससे कुछ हद तक शाम और रात में गर्मी से राहत बनी रहेगी।
द्रोणिका के असर से छा रहे बादल, उमस भी बढ़ रही
इन दिनों दो अलग-अलग द्रोणिका भी सक्रिय है। जिसके असर से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बन रही है। हालाकि जिले में अब तक बारिश दर्ज नहीं हुई है। लेकिन आसमान में बादल छा रहे हैं। इसकी वजह से उमस में बढ़ोतरी हो गई है। खासकर दोपहर बाद उमस और बढ़ रही है। जिससे लोग परेशान हैं। जून के पहले सप्ताह में भी उमस अपने चरम पर रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे राहत की उम्मीद है। वहीं 10 जून से प्री मानसून बौछारें भी पड़ेंगी। इससे कुछ हद तक शाम और रात में गर्मी से राहत बनी रहेगी।
द्रोणिका के असर से छा रहे बादल, उमस भी बढ़ रही
इन दिनों दो अलग-अलग द्रोणिका भी सक्रिय है। जिसके असर से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बन रही है। हालाकि जिले में अब तक बारिश दर्ज नहीं हुई है। लेकिन आसमान में बादल छा रहे हैं। इसकी वजह से उमस में बढ़ोतरी हो गई है। खासकर दोपहर बाद उमस और बढ़ रही है। जिससे लोग परेशान हैं। जून के पहले सप्ताह में भी उमस अपने चरम पर रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे राहत की उम्मीद है। वहीं 10 जून से प्री मानसून बौछारें भी पड़ेंगी। इससे कुछ हद तक शाम और रात में गर्मी से राहत बनी रहेगी।