युक्तियुक्तकरण से छात्रों को मिले विषय विशेषज्ञ शिक्षकः बच्चों में बढ़ रहा है शिक्षा का स्तर

युक्तियुक्तकरण से छात्रों को मिले विषय विशेषज्ञ शिक्षकः बच्चों में बढ़ रहा है शिक्षा का स्तर

दुर्ग। राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की पहल अब ग्रामीण शिक्षा में नई क्रांति ला रही है। जिले के  धमधा ब्लॉक के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला टेमरी में इस प्रक्रिया के तहत जीवविज्ञान विषय के नए शिक्षक की पदस्थापना की गई है, जिससे विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल रही है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला टेमरी में पढ़ने वाले कक्षा 11वीं के छात्र सोमनाथ निषाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताते हैं, “पहले हमारे स्कूल में जीव विज्ञान के लिए कोई अलग से शिक्षक नहीं थे। हमें जीव विज्ञान या तो सीनियर छात्र समझाते थे या फिर दूसरे विषयों के शिक्षक समझा दिया करते थे, जिसकी वजह से विषय समझना पहाड़ तोड़ने जैसा लगता था।” युक्तियुक्तकरण से अब हमें विषय विशेषज्ञ शिक्षक मिल गए हैं और अब विषय आसान लग रहा है। अब हमें विज्ञान के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ता। इस बदलाव के लिए हम मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का दिल से धन्यवाद करते हैं।” 


     विद्यालय प्रबंधन के अनुसार, शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के बाद विद्यालय में शिक्षण कार्य में अभूतपूर्व सुधार आया है। अब प्रत्येक विषय के लिए योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध हैं, जिससे छात्रों को पढ़ाई में सही दिशा और मार्गदर्शन मिल रहा है। कक्षा 11वीं के छात्रों को अध्यापन हेतु विषय-विशेषज्ञ शिक्षक के रूप में श्रीमती दीप्ति मालवीय मैडम ने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया है, जिससे बच्चों को विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषय में विशेष एवं गहन मार्गदर्शन मिल रहा है। इस बदलाव का असर बच्चों की नियमित उपस्थिति में भी साफ दिख रहा है। विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि यह पहल खासकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने की दिशा में एक मील का पत्थर है। अब छात्र बिना किसी बाहरी मदद के, कक्षा में ही सभी विषयों की गहराई से पढ़ाई कर पा रहे हैं। 


    ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों का सही जगहों पर पुनर्विनियोजन करना है, ताकि उन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी हो सके, जहाँ उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है। यह कदम न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है, बल्कि इससे विद्यार्थियों के उज्ज्वल शैक्षणिक भविष्य को भी मजबूत आधार मिल रहा है।