रायपुर में 'विवाह ठगी' का खुलासा: प्यार के जाल में फंसाकर चार शादियां, फिर दहेज के नाम पर ब्लैकमेलिंग

रायपुर में 'विवाह ठगी' का खुलासा: प्यार के जाल में फंसाकर चार शादियां, फिर दहेज के नाम पर ब्लैकमेलिंग

मां-बेटी की मिलीभगत से शादी के नाम पर ठगी, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, पुलिस कर रही तलाश

 रायपुर में शादी के नाम पर धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक महिला पहले युवकों को प्रेमजाल में फंसाती, शादी करती और फिर दहेज प्रताड़ना का झूठा केस दर्ज कराकर पैसों की उगाही करती थी। इस पूरी साजिश में उसकी मां भी शामिल थी। पुलिस जांच में पता चला कि उसने पिछले आठ सालों में चार शादियां कीं और किसी भी पति को तलाक नहीं दिया। कोर्ट के आदेश पर अब महिला और उसकी मां के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है, और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

रायपुर। रायपुर में एक महिला द्वारा शादी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है। यह महिला पहले युवकों को प्यार में फंसाती, फिर शादी करके कुछ समय बाद दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाकर पैसों की मांग करती। इस साजिश में उसकी मां भी बराबर की भागीदार थी।

दोनों की शादी सामाजिक-धार्मिक रीति रिवाज से हुई थी।

पीड़ित शुभम देवांगन (बदला हुआ नाम) ने बताया कि साल 2023 में उसकी शादी पूजा देवांगन उर्फ गीतांजलि से हुई थी। पूजा मूल रूप से आरंग की रहने वाली है और उसने एक सामाजिक ग्रुप में अपना बायोडाटा भेजा था। शुभम के परिवार ने उसे संपर्क किया, जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और जल्द ही शादी हो गई। हालांकि, कुछ महीनों बाद ही पूजा का व्यवहार बदलने लगा। वह घर में झगड़े करने लगी और अलग रहने की जिद करने लगी। परेशान होकर शुभम अंबिकापुर शिफ्ट हो गया, लेकिन पूजा मायके जाने का बहाना बनाकर चली गई और वहीं रहने लगी। शुभम को जब संदेह हुआ, तो उसने पूजा के बारे में जांच-पड़ताल शुरू की।

चार शादियों का खुलासा
शुभम ने जब खोजबीन की, तो चौंकाने वाला सच सामने आया। पूजा पहले भी उमेश देवांगन, पुरुषोत्तम देवांगन और लोकनाथ देवांगन नाम के तीन अन्य युवकों से शादी कर चुकी थी, और उसने किसी से भी तलाक नहीं लिया था। वह हर शादी के बाद झूठे दहेज प्रताड़ना के मामले दर्ज कराकर पैसों की उगाही करती थी।

FIR दर्ज, पुलिस कर रही जांच
पूजा ने शुभम और उसके परिवार पर भी दहेज प्रताड़ना का झूठा केस दर्ज कराया था। लेकिन जब शुभम ने कोर्ट में सबूत पेश किए, तो सच्चाई सामने आ गई। लगभग 8 महीने की सुनवाई के बाद कोर्ट ने पुलिस को महिला और उसकी मां के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए। फिलहाल, पुलिस ने आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और जबरन उगाही की धाराओं में मामला दर्ज किया है और आरोपी मां-बेटी की तलाश जारी है।