शुरुआती ब्रेस्ट कैंसर विकसित न हो इसके लिए हम कौन से रिस्क फैक्टर पर ध्यान दें और क्या है इसका उपचार

ब्रेस्ट कैंसर बीमारी क्यों होती है इसका कोई एक कारण नहीं है लेकिन डॉक्टर इसे लाइफस्टाइल आनुवंशिक असामान्यताएं और वंशानुगत बीमारी से जोड़कर देखते हैं। माना जाता है कि लगभग 5-10% ब्रेस्ट कैंसर माता-पिता से विरासत में मिलती है जबकि 85% पर्यावरण/आनुवंशिक असामान्यताओं के कारण होती है।

शुरुआती ब्रेस्ट कैंसर विकसित न हो इसके लिए हम कौन से रिस्क फैक्टर पर ध्यान दें और क्या है इसका उपचार

 भारत सहित पूरी दुनिया में स्तन कैंसर यानी ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह बीमारी बढ़ते उम्र के साथ महिलाओं में देखी जा रही है। ब्रेस्ट कैंसर बीमारी क्यों होती है, इसका कोई एक कारण नहीं है, लेकिन डॉक्टर इसे लाइफस्टाइल, आनुवंशिक असामान्यताएं और वंशानुगत बीमारी से जोड़कर देखते हैं। माना जाता है कि लगभग 5-10% ब्रेस्ट कैंसर माता-पिता से विरासत में मिलती है, जबकि 85% पर्यावरण/आनुवंशिक असामान्यताओं के कारण होती है।

ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है विकसित?

एंडोक्राइन और ब्रेस्ट सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर एक मैलिग्नेंट ट्यूमर होता है, जो ब्रेस्ट में कोशिकाओं से विकसित होता है। ब्रेस्ट से यह मैलिग्नेंट सेल्स अंडर आर्म्स में लिम्फ नोड्स तक जा सकती हैं और उसके बाद इसका प्रभाव शरीर के अन्य अंगों जैसे हड्डियां, लीवर और फेफड़ों पर पड़ता है। मरीज के लिए ब्रेस्ट कैंसर का स्टेज बहुत ही मायने रखता है। यह इस बात को संदर्भित करता है कि ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाएं मूल स्थान यानी स्तन से कितनी दूर चली गई है।

ब्रेस्ट कैंसर विकसित होने का रिस्क फैक्टर क्या है?

वो कौन से रिस्क फैक्टर हैं, जिसकी वजह से ब्रेस्ट कैंसर विकसित होता है। इनमें से कुछ ऐसे खतरे हैं जो आपके नियंत्रण में नहीं है जैसे उम्र, फैमिली हिस्ट्री और मेडिकल हिस्ट्री। लेकिन कुछ खतरे ऐसे हैं जो हमारे जीवनशैली से जुड़े हुए हैं और जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं। इनमें मोटापा, धूम्रपान, बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, स्तनपान न कराना और देर से प्रेग्नेंसी या प्रेग्नेंसी न होना शामिल है। वैसे ब्रेस्ट कैंसर के कुछ और फैक्टर हैं, इसमें ब्रेस्ट या ओवेरियन कैंसर का इतिहास होना, समय से पहले मेंस्ट्रुएशन और देर से मेनोपॉज शामिल है।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

बीमारी कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, उसके लक्षण जरूर दिखाई देते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों की बात करें, तो इसमें स्तन में कठोर 'गांठ' बनना एक प्रमुख लक्षण है, जो ज्यादातर दर्द नहीं करते हैं। इसके अलावा और भी कई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे दोनों स्तनों में तुलना करके अंतर को पहचानना, खून से सना हुआ निप्पल डिस्चार्ज, निप्पल का आकार या स्थिति में कोई बदलाव, स्तन के ऊपर की त्वचा में परिवर्तन जो मोटी, सख्त और नारंगी रंग की त्वचा जैसी महसूस होती है, स्तन की त्वचा पर कोई रेडनेस और बगल में कोई सूजन आदि। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर ब्रेस्ट सर्जन से मिलना चाहिए।