संगीत और श्रद्धा से गूंज उठा झूलेलाल धाम, पार्थिव रुद्राभिषेक में शिवमय हुआ वातावरण

श्रावण मास में पहली बार हुआ संगीतमय पार्थिव रुद्राभिषेक, शिवभक्तों ने दूध, जल और पुष्प अर्पित कर साधा शिवलोक

संगीत और श्रद्धा से गूंज उठा झूलेलाल धाम, पार्थिव रुद्राभिषेक में शिवमय हुआ वातावरण

भिलाई। श्रावण मास और नागपंचमी के पावन अवसर पर झूलेलाल धाम, वैशाली नगर शिवभक्ति के रंग में रंग गया, जब पहली बार संगीतमय पार्थिव रुद्राभिषेक का भव्य आयोजन किया गया। भक्तों ने वेदमंत्रों और शिव भजनों की मधुर ध्वनि के बीच भगवान शिव को दूध, जल, पुष्प व बिल्व पत्र अर्पित कर रुद्राभिषेक किया और भावविभोर होकर झूमे।

इस विशेष आयोजन का विधान भागवताचार्य पंडित आशीष कृष्ण शास्त्री और ज्योतिषाचार्य पंडित रितेश शर्मा के मार्गदर्शन में विधिवत संपन्न हुआ। पंडित शास्त्री ने बताया कि "श्रावण मास में नागपंचमी पर पार्थिव शिवलिंग का पूजन व्यक्ति के कालसर्प दोष, शापित योग, एवं कुंडली दोषों को दूर करता है और शिवलोक में वास का मार्ग प्रशस्त करता है।"

पंडित रितेश शर्मा ने इस अवसर पर कहा, “नागपंचमी हिन्दू धर्म का अत्यंत शुभ पर्व है, और इस दिन शिवपूजन विशेष फलदायी माना जाता है। इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया है।”

संगीत ने बढ़ाई भक्ति की भाव-गंगा
पूरे रुद्राभिषेक कार्यक्रम को संगीतमय रूप देकर आयोजन को भक्ति और सौंदर्य की एक अद्भुत संधि बना दिया गया। भजन, शिव स्तुति और वेदमंत्रों की गूंज से संपूर्ण वातावरण शिवमय और आनंदमय हो गया। श्रद्धालुओं ने संगीत की धुन पर झूमकर शिव को अपने हृदय से नमन किया।

समाजजनों की गरिमामयी उपस्थिति
इस आयोजन में श्रीराम सिंधी पंचायत के अध्यक्ष श्री दिलीप पवानी, संरक्षक श्री दयाराम बत्रा, भीमसेन सेतपाल, संयोजक श्री अर्जुन सचदेव व श्री अशोक चेतवानी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के सफल संचालन पर सभी पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।
मीडिया प्रभारी श्री मनोहर कृष्णानी ने आयोजन की जानकारी साझा की।

भविष्य में और भी ऐसे आयोजन
आयोजकों ने बताया कि धार्मिक चेतना और आध्यात्मिक जागरूकता के लिए ऐसे आयोजन समय-समय पर समाज में किए जाते रहेंगे।