स्वतंत्रता दिवस से पूर्व रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक, रणनीति पर गहन मंथन

दुर्ग। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनज़र रेलवे परिसरों की सुरक्षा को लेकर मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय, दुर्ग रेंज में एक उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता आईजी रामगोपाल गर्ग ने की। इसमें रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और जिला पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, अपराधों पर नियंत्रण और मादक पदार्थ तस्करी जैसे मामलों से निपटने के लिए समन्वित रणनीति तैयार करना रहा।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग विजय अग्रवाल ने पावर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से रेलवे से जुड़े सुरक्षा पहलुओं, संभावित खतरों और पूर्ववर्ती घटनाओं का विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि रेलवे परिसर में सुरक्षा को लेकर तकनीकी संसाधनों का अधिकतम उपयोग आवश्यक है।
आईजी गर्ग ने बैठक में कहा, “रेलवे सुरक्षा आमजन का विश्वास है। स्टेशन परिसर, पुल, प्रवेश और निकासी द्वार सहित पार्किंग क्षेत्रों में सघन निगरानी आवश्यक है।"
उन्होंने स्टेशन परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने, साइबर निगरानी को मजबूत करने, और फ्री वाई-फाई के दुरुपयोग की रोकथाम को प्राथमिकता में शामिल करने के निर्देश दिए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि—
मादक पदार्थ और मानव तस्करी की रोकथाम के लिए संयुक्त अभियान चलाए जाएंगे।
रेलवे मार्ग से अपराधियों के फरार होने की घटनाओं की समीक्षा कर रोकथाम हेतु विशेष निगरानी की जाएगी।
फ्री वाई-फाई नेटवर्क के दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए साइबर सेल की सक्रियता बढ़ाई जाएगी।
बैठक में आरपीएफ कमांडेंट श्री रमन कुमार, पुलिस अधीक्षक जीआरपी श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा, एसपी बालोद योगेश पटेल (ऑनलाइन माध्यम से), डीएसपी पनिक राम कुजूर, डीएसपी शिल्पा साहू, आरपीएफ प्रभारी दुर्ग मनीष कुमार, भिलाई-3 प्रभारी संजीव कुमार सिन्हा, जीआरपी बालोद प्रभारी टी.एस. ध्रुव एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यात्री सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने पर भी विशेष बल दिया गया, ताकि स्वतंत्रता दिवस के दौरान रेलवे परिसरों में हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके।