1.5 करोड़ में खरीदे 60 हजार डस्टबिन:विधानसभा चुनाव से पहले डस्टबिन की याद आई, डोर-टू-डोर जाकर बांट रहे जनप्रतिनिधि

रिसाली निगम के वार्डों में गीला-सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए डस्टबिन की याद अब आई है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले निगम ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करके 60 हजार डस्टबिन खरीदे हैं। खास बात यह है कि खरीदी के करीब दो महीने बाद तक इसे निगम में डंप रखा गया। इसे बांटा नहीं गया। अब विधानसभा चुनाव के पहले इस डस्टबिन को बांटने का काम शुरू किया गया है। महापौर शशि सिन्हा सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि वार्डों में बकायदा डस्टबिन बांटने को लेकर शेड्यूल बना रहे हैं।
कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जो जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद लोगों के घर तो क्या गली में नहीं गए थे। वे अब चुनाव के मद्देनजर डस्टबिन लेकर पहुंच रहे हैं। लोगों को बांट रहे हैं। इसका पूरा श्रेय भी लेने का प्रयास कर रहे हैं। सोमवार को रिसाली निगम क्षेत्र के पुरैना, डुंडेरा और जोरातरई के वार्डों में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां एमआईसी मेंबर से लेकर कांग्रेस के नेता भी उपस्थित रहे। उन्होंने डस्टबिन का वितरण किया।
नीले में सूखा और हरे में गीला कचरा रखा जाएगा
दो प्रकार के डस्टबिन खरीदे गए हैं। इसमें नीले में सूखा कचरा और हरे में गीला कचरा रखा जाएगा। डस्टबिन मिलने के बाद भी कचरा बाहर फेंकने या नियमों का पालन नहीं किया गया, तो जुर्माना वसूला जाएगा। गीला कचरा जैसे सब्जी, फल के छिलके जो खाद बन जाते हैं। उसे हरे डस्टबिन में रखना है। दूसरे नीले डस्टबिन में सूखा कचरा जैसे प्लास्टिक, बॉटल आदि को स्वच्छता मित्र को देना है।
रिसाली क्षेत्र में 30 हजार घरों में बांटेंगे डस्टबिन
रिसाली निगम क्षेत्र में करीब 1 लाख मतदाता है। करीब 30 हजार मकान हैं। हर घर में डस्टबिन बांटा जाना है। इस हिसाब से ही रिसाली निगम प्रशासन ने 60 हजार हरा और नीला डस्टबिन खरीदा है। अधिकारियों ने बताया कि 15वें वित्त की 1.42 करोड़ रुपए खर्च कर इन डस्टबिन को खरीदा है। छत्तीसगढ़ स्टेट इण्डस्ट्रियल डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड से डस्टबिन खरीदा गया है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ सकता है रिसाली
स्वच्छता सर्वेक्षण में 2023 में रिसाली निगम पिछड़ सकता है। क्योंकि रिसाली निगम क्षेत्र में 40 वार्ड हैं। एक भी वार्ड ऐसा नहीं है, जो पूरी तरह से गीला और सूखा कचरा उठाता हो। जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत हर घर-हर दुकान, होटल सभी जगह कचरा अलग-अलग ही रखा जाना है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में हमारे जिले के नगरीय निकायों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। 1 से 10 लाख की आबादी वाले देश के 382 स्वच्छ शहरों में भिलाई 21 वें स्थान पर था।
रिसाली निगम 26 और दुर्ग ने 27 वां स्थान मिला था। छोटे शहरों की कैटेगरी में पाटन ने ईस्ट जोन में पहला और देश में दूसरा स्थान पाया है। जबकि सेल्फ सस्टेनेबल सिटी के कैटेगरी में ईस्ट जोन में चरोदा नगर निगम जोनल लेवल अवार्ड हासिल करने वाला प्रदेश का इकलौता निकाय था। वहीं छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर और कोरबा के बाद भिलाई तीसरे नंबर पर है। रिसाली 5वें, दुर्ग 6वें स्थान पर था।
जनता के हित में है काम
डस्टबिन बांटने का काम शुरू कर दिया है। घर-घर जाकर बांट रहे हैं। आज डुंडेरा में बांटा गया है। पुरैना, जोरातरई के वार्ड में भी वितरण किया जा चुका है। चुनावी नहीं है, जनता के हित के िलए है। स्वच्छता के लिए भी बहुत जरूरी है। इसलिए वितरण किया जा रहा है।
-शशी सिन्हा, मेयर, रिसाली निगम
मुझे इसकी जानकारी नहीं
डस्टबिन की खरीदी की गई है, जिसको बांटने का काम शुरू कर दिया गया है। मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, बड़े अधिकारी इसके बारे में बता पाएंगे। वहीं खरीदें हैं, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
-बृजेंद्र परिहार, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम रिसाली