800 रिफंड के चक्कर में 4.65 लाख की साइबर ठगी:गूगल से मिला हेल्पलाइन नंबर शातिर ठगों का निकला....

800 रिफंड के चक्कर में 4.65 लाख की साइबर ठगी:गूगल से मिला हेल्पलाइन नंबर शातिर ठगों का निकला....

कानपुर के पांडु नगर में रहने वाले एक अधिवक्ता को गूगल से टाटा स्काई का हेल्पलाइन नंबर निकालना भारी पड़ गया। गूगल पर टाटा कंपनी के नाम से मिला मोबाइल नंबर साइबर ठगों का था। शातिर ठगों ने कंपनी का प्रतिनिधि बनकर रुपए रिफंड करने का झांसा देकर खाते से 4.65 लाख रुपए उड़ा दिया। खाते से धड़ाधड़ रुपए ट्रांजेक्शन का मैसेज आने पर वकील को ठगी की जानकारी हुई। अब अधिवक्ता ने काकादेव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

एनी डेस्क एप से फोन हैक किया और ओटीपी लेकर खाते से पूरी रकम उड़ाई

पांडु नगर के हरी टावर में रहने वाले सूर्यनाथ त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता हैं। सूर्यनाथ त्रिपाठी ने बताया कि उनके घर में टाटा स्काई लगा हुआ है। एक चैनल नहीं आने पर उन्होंने उसका अतिरिक्त भुगतान किया, लेकिन फिर भी चैनल नहीं आया। इस पर उन्होंने गूगल पर जाकर टाटा स्काई का हेल्पलाइन नंबर तलाश किया। इस पर उन्होंने फोन किया तो उधर से बात करने वाले युवक ने खुद को टाटा कंपनी का प्रतिनिधि बनकर बात की और बताया कि आपका पैसा रिफंड हो जाएगा। बस आपको एक एप डाउनलोड करना पड़ेगा। उसने एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया और आटोपी हासिल करके मोबाइल हैक कर लिया। इसके बाद ओटीपी हासिल करके खाते से 4.65 लाख रुपए उड़ा दिया।

खाते से रुपए कटने का मैसेज आने पर उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने काकादेव थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही साइबर सेल में भी ठगी की जानकारी दी। काकादेव पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर साइबर ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। ठगी की रकम वापसी और ठगों की अरेस्टिंग के लिए काकादेव पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

गूगल पर हेल्पलाइन के नाम पर ठगों का मकड़जाल

क्राइमब्रांच के एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि शातिर ठगों ने एक-दो नहीं अधिकांश प्रतिष्ठित कंपनियों की फर्जी वेबसाइट और उसमें हेल्पलाइन नंबर डाल रखा है। गूगल पर जो भी व्यक्ति कंपनी के नाम से हेल्पलाइन सर्च करता है उसके पास ठगों का नंबर पहुंच जाता है। संपर्क करते ही उसे झांसे में लेकर साइबर ठगी करते हैं। अब तक इस तरह के हजारों केस कानपुर में सामने आ चुके हैं। इसलिए गूगल से किसी भी तरह का हेल्पलाइन नंबर लेने से बचें। अगर गूगल से कोई नंबर हासिल करते हैं तो उसपर अपनी कोई भी जानकारी या ओटीपी साझा नहीं करें। उनके कहने पर कोई एप डाउनलोड न करें।