डॉक्टर बहू को पटक-पटककर पीटा, महिला बोली- सबूत दिखाने के बाद भी नहीं सुन रही पुलिस.....

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बहू को उसके ससुराल वालों ने बाल पकड़कर खींचे और पटक-पटककर पीटा है। शिकायत लेकर महिला थाने पहुंची तो शिकायत नहीं सुनी गई। एविडेंस मांगा। जब महिला ने उसका वीडियो दे दिया तो पुलिस ने काउंटर FIR दर्ज कर दिया। मामला नेवई थाना अंतर्गत रिसाली क्षेत्र का है। आजाद मार्केट रिसाली में रहने वाली कमरुन निशा खान ने अपने ससुराल वालों पर मारपीट कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। निशा BMS डॉक्टर है। श्रीशंकराचार्य अस्पताल में जॉब करती है।
महिला ने बताया कि 31 अगस्त 2024 को निशा को उसके जेठ, देवर, सास और ननद ने मिलकर बुरी तरह पीटा। मारपीट का किसी ने वीडियो बना लिया। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि 2-3 पुरुष और 2-3 महिलाएं मिलकर उसे पीट रहे हैं। परिवार के लोग निशा के बाल पकड़कर दीवार पर गिरा देते हैं। इसके बाद जमीन पर पटककर उसे बेरहमी से पीट रहे हैं। निशा बचाओ-बचाओ चिल्ला रही है, लेकिन कोई सामने नहीं आया।
निशा का कहना है कि वह मारपीट के बाद नेवई थाने पहुंची। पुलिस ने जाहिदा खान, मोहर्रम और सागीर खान के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन उनकी शिकायत पर निशा को भी आरोपी बना दिया। महिला ने बताया कि मारपीट से पहले भी कई बार थाने जाकर प्रताड़ना की शिकायत दे चुकी है, लेकिन जांच अधिकारी ने शिकायत नहीं सुनी। अगर वह सुनते तो उसके साथ मारपीट की घटना नहीं होती।
निशा का कहना है कि काउंटर FIR दर्ज होने पर वह ASP अभिषेक झा के पास शिकायत लेकर पहुंची थी। एएसपी ने उनकी बातों को सुनकर टीआई को फटकार लगाई। FIR दर्ज करने की जगह काउंटर FIR क्यों दर्ज किया गया। नेवई पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। उल्टा समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
निशा के पति वजीर खान दिव्यांग हो गए हैं। 23 जून को भी निशा ने एक शिकायत नेवई थाने में की थी। उसमें उसने आरोप लगाया था कि उसके जेठ और देवर संपत्ति को लेकर उससे झगड़ा करते हैं। उसने जेठ के खिलाफ बलात्कार का प्रयास और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया था। पुलिस इसे संपत्ति विवाद बता रही है।