गदा चौक से शराब दुकान हटने के बाद बढ़ा विवाद, निगम की जमीन होने के बाद भी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बीच शिफ्ट की गई दुकान
भिलाई। वैशाली नगर विधायक के निर्देश पर भिलाई में सुपेला गदा चौक स्थित अंग्रेजी शराब दुकान को हटा दिया गया है। इस दुकान को हटाने के बाद अब नई जगह को लेकर इसका विरोध शुरू हो गया है। स्थानीय पार्षद लालचंद वर्मा और निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा का आरोप है कि यह दुकान एक विशेष व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए शिफ्ट की गई है।
शराब दुकान विधायक रिकेश सेन के कहने पर ही हटी है। इसका साक्ष्य भी विधायक ने खुद ही दिया है। विधायक ने एक वीडियो सोशल मीडिया में जारी किया है। वीडियो शनिवार रात का है। जिसमें विधायक गदा चौक में देर रात शराब दुकान और चखना सेंटर के सामने खड़े हैं।
वीडियो में वो किसी अधिकारी को फोन लगाकर स्पीकर मोड में बात कर रहे हैं और बोल रहे हैं कि अधिकारी महोदय...."48 घंटे के भीतर शराब दुकान और चखना सेंटर हटवा दीजिए" इसके बाद वहां से अंग्रेजी शराब दुकान को हटा दिया गया। अब इस दुकान को शिवनाथ कांप्लेक्स में कई टू और थ्री स्टार होटल के पीछे एक निजी होटल व्यवसायी की जमीन में शिफ्ट किया गया है।
यहां के होटल व्यवसायियों ने भी इसका विरोध किया था। उनका कहना था कि उनके होटल में परिवार सहित लोग आते हैं। ठहरते हैं। ऐसे में यहां शराब दुकान खुलने से अराजक तत्वों का जमावड़ा रहेगा। सुरक्षा की दृष्टि से यह करना पूरी तरह से गलत है, लेकिन जिला प्रशासन ने उनकी एक भी नहीं सुनी।
वहीं जब वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के पीआरओ संतोष मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिस जगह पर शराब दुकान को शिफ्ट किया गया है, वो निगम की जमीन है और निगम के कार्यालय के पीछे है।
जिस जगह नई शराब दुकान शिफ्ट की गई है, वहां के पार्षद लालचंद वर्मा हैं। वो भिलाई शहर सरकार में एमआईसी सदस्य भी हैं। उनका कहना है कि उन्होंने महापौर नीरज पाल को सुझाव दिया था कि निगम के पास सब्जी मंडी के पीछे एक खाली जगह है। वहां पहले भी शराब दुकान संचालित हो चुकी है।
इसलिए अंग्रेजी शराब दुकान को वहां पर शिफ्ट कर दिया जाए। इससे निगम को राजस्व की प्राप्ति भी होगी। उनका आरोप है कि जिस जमीन पर शराब दुकान शिफ्ट की गई है वो होटल सेंट्रल पार्क के संचालक मयंक अग्रवाल की जमीन है। उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किसी विशेष व्यक्ति के दबाव में किया गया है। लालचंद वर्मा इसका विरोध दर्ज कराने के लिए आज इस मुद्दे को एमआईसी की बैठक में भी रखेंगे।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने भी नई जगह का विरोध किया है। उनका कहना है कि गदा चौक से शराब दुकान हटना जरूरी था। विधायक की उस पहल का वो स्वागत करते हैं, लेकिन जिस तरह से शराब दुकान को बड़े होटल के बीच नगर निगम के मुख्य द्वार और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेल के पास खोला गया है वो पूरी तरह से गलत है।
नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि इसकी तैयारी काफी पहले से की जा रही थी। उन्होंने इसके लिए उप मुख्यमंत्री, कलेक्टर और निगम आयुक्त ने निवेदन भी किया था कि नगर निगम की खाली जमीन वहीं से थोड़ी दूर पर है। वहां अधिक भीड़ नहीं होती है। इसलिए वहां शराब दुकान को शिफ्ट किया जाना बेहतर होगा। साथ ही इससे निगम को राजस्व की प्राप्ति होगी।
जिस अंग्रेजी शराब दुकान को गदा चौक से हटाया गया है, उससे कुछ दूर पर ही सड़क की दूसरी देशी शराब दुकान भी संचालित है। उसको हटाने के लिए कई बार मांग की गई है। इसके बाद भी जिला प्रशासन और निगम प्रशासन ने उसे दूसरी जगह शिफ्ट करने का कोई काम नहीं किया है। शाम को सबसे अधिक समस्या यहीं पर होती है।