दुर्ग रेंज में खुला साइबर थाना, 7 जिलों के साइबर अपराध की जांच में आएगी तेजी, प्रार्थी सीधे...

प्रदेश में तेजी से बढ़ते साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए  साइबर थाने और लैब की शुरुआत सभी रेंज में की जा रही है। वहीं दुर्ग रेंज में भी साइबर  थाने की शुरुआत की गई है। जिसके बाद जिले के साइबर अपराधों में जांच में तेजी आएगी। जिससे जल्द से जल्द आरोपियों तक पहुंचा जा सकेगा। विधानसभा में घोषणा के बाद प्रदेश सरकार में अब इसकी शुरुआत कर दी गई है। दुर्ग रेंज के साइबर थाने की आज आईजी बद्रीनारायण मीणा ने फीता काटकर उद्घाटन किया।

दुर्ग. प्रदेश के सभी रेंज में रेंज स्तरीय साइबर थाना खोलने अधिसूचना पूर्व में जारी की गई थी। जिसके बाद दुर्ग रेंज के सभी जिलों के साइबर अपराधियों पर नकेल कसने और लगाम लगाने के लिए दुर्ग पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर सिक्स में ही साइबर थाने की स्थापना की गई है लेकिन प्रदेश में साइबर कैडर के मात्र तीन सब इंस्पेक्टर ही हैं। इनकी भर्ती 2010 में की गई थी। इसके बाद से नई भर्ती नहीं होने से मामला लटक गया है। यही नहीं दस साल बाद भी तीनों सब इंस्पेक्टर को प्रमोशन भी नहीं दिया गया।  https://youtu.be/4ZFh8Zx4lpQ  

इस वजह से कंम्प्यूटर कैडर के निरीक्षक को साइबर थाने का प्रभारी बनाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 20 साल बाद पुलिस मुख्यालय में साइबर थाना खोला गया है। अब पांच रेंज में साइबर थाने खोले जाने हैं। इसके लिए अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है। वर्तमान में सभी जिलों में साइबर सेल काम कर रहा है। दुर्ग रेंज के आईजी बद्रीनारायण मीणा का कहना है कि वर्तमान में दुर्ग रेंज के सभी जिले और थाने का साइबर मुख्यालय सेक्टर 6 के कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जहां कोई भी व्यक्ति जाकर साइबर संबंधी अपराध की जानकारी इस थाने में दे सकता है। जिसके बाद साइबर एक्सपर्ट्स की टीम उनको न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करेगी आपको बता दे कि पिछले कुछ सालों से साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि जिले में सभी थाने में एक साइबर एक्सपर्ट मौजूद है।

 

उनके द्वारा विवेचना में मदद की जाती है। साइबर थाना खुलने का नोटिफिकेशन आ चुका है। लेकिन थाने में कितने बल मौजूद होगा। उनका नोटिफिकेशन आना बचा है। जैसे ही नोटिफिकेशन आ जाएगा तो साइबर थाना शुरू कर दिया जाएगा।