ब्रेकिंग न्यूज : गजेन्द्र यादव बने मंत्री : दुर्ग में खुशी की लहर, छात्र नेता से जनसेवा तक का सफर

21 साल की उम्र में सबसे युवा पार्षद, पांच बार पार्षद और उपमहापौर रह चुके यादव ने स्काउट-गाइड से लेकर ओबीसी समाज को संगठित करने तक निभाई अहम भूमिका

ब्रेकिंग न्यूज : गजेन्द्र यादव बने मंत्री : दुर्ग में खुशी की लहर, छात्र नेता से जनसेवा तक का सफर

रायपुर में बुधवार को दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने दुर्ग के गणेश मंदिर और शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। छात्र राजनीति से शुरुआत कर पांच बार पार्षद और उपमहापौर रहे यादव ने अपने संगठनात्मक काम और जनसेवा के दम पर यह मुकाम हासिल किया है।

रायपुर (सन टाइम्स)। रायपुर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बुधवार को दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने से पहले वे दुर्ग के गणेश मंदिर और शिव मंदिर पहुंचे और आशीर्वाद लिया। लंबे समय बाद दुर्ग जिले से किसी नेता को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने पर स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया।

शपथ ग्रहण से पहले गजेन्द्र यादव ने दुर्ग के गणेश मंदिर और शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की।

गजेन्द्र यादव की राजनीतिक यात्रा छात्र जीवन से शुरू हुई थी। 1996 में वे मात्र 21 वर्ष की उम्र में अविभाजित मध्यप्रदेश के सबसे युवा पार्षद बने। इसके बाद वे लगातार पांच बार पार्षद और दुर्ग नगर निगम के उपमहापौर भी रहे। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश सचिव और पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में उन्होंने संगठन में सक्रिय भूमिका निभाई। ओबीसी समाज को मजबूत करने के लिए उन्होंने कई कार्यक्रम आयोजित किए, जिससे वे समाज में एक मजबूत चेहरा बने।

सामाजिक क्षेत्र में भी उनका योगदान विशेष रहा है। स्काउट-गाइड संगठन में वे देश के सबसे कम उम्र के राज्य मुख्य आयुक्त बने। उनके नेतृत्व में यातायात जागरूकता अभियान के तहत 10,622 बच्चों को प्रशिक्षित किया गया और पर्यावरण संरक्षण के लिए 1.53 लाख पौधे लगाए गए। उनकी पहल पर आयोजित स्काउट-गाइड जंबूरी में 23 हजार बच्चों ने एक साथ कर्मा नृत्य कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। भूटान सरकार ने उन्हें राज्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था।

गजेन्द्र यादव ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अरुण बोरा को हराकर जीत हासिल की थी। उनकी सक्रियता और जनता से गहरे जुड़ाव को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है।

दुर्ग की जनता को अब उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। कार्यकर्ताओं का मानना है कि उनकी ऊर्जा और जमीनी जुड़ाव से जिले में विकास की नई दिशा तय होगी। लंबे समय बाद जिले से मंत्री बनने पर स्थानीय स्तर पर उत्साह और उम्मीदों का माहौल है।