रायपुर में सूदखोर तोमर का आलीशान बंगला कुर्क,1500-1500 स्क्वायर फीट में बने थे दो भाइयों के लग्जरी बंगले, दो महीने से फरार हैं दोनों आरोपी

रायपुर।
राजधानी रायपुर में अवैध रूप से सूदखोरी कर लोगों को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने वाले तोमर बंधुओं पर प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है। शुक्रवार को जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने दोनों भाइयों के 1500-1500 स्क्वायर फीट में बने लग्जरी बंगलों को कुर्क कर लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी पिछले दो महीने से फरार हैं और लगातार अपना लोकेशन बदल रहे हैं। इनके खिलाफ कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि ये भारी ब्याज दर पर पैसा उधार देकर उन्हें धमकाते और प्रताड़ित करते थे।
संपत्ति को कुर्क करने के लिए पुलिस ने याचिका लगाई थी, इसके बाद कोर्ट ने अंतिम चेतावनी जारी की थी। 18 अगस्त तक उन्हें कोर्ट में पेश होने का आखिरी मौका था। हालांकि तोमर ब्रदर्स कोर्ट नहीं पहुंचे थे, वह 2 महीने से फरार हैं।
CJM के आदेश के बाद कार्रवाई की गई है। कोर्ट के परमिशन के बिना घर में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकेगा। न ही संपत्ति को बेचा जा सकता है। इससे पहले रायपुर नगर निगम ने भी रोहित तोमर के अवैध ऑफिस पर बुलडोज़र चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया था।
दरअसल, करीब दो महीने पहले प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला ने रोहित तोमर के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाकर तेलीबांधा थाने में FIR दर्ज कराई थी। FIR के बाद से पुलिस रोहित की तलाश में जुटी हुई है। रोहित के फरार होने के बाद उसका भाई वीरेंद्र तोमर भी गायब हो गया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश में कई राज्यों में टीमें भेजी, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
हिस्ट्रीशीटर तोमर भाइयों के कई लोग शिकार हैं। आरोपियों और उनके गुर्गों का खौफ पीड़ितों में इस कदर था कि उसी शहर में रहते हुए भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने नहीं जा पा रहे थे। लेकिन जब से पुलिस ने वीरेंद्र और रोहित पर कार्रवाई शुरू की है, तब से पीड़ितों के मन में डर खत्म हो गया है।
दोनों भाइयों के खिलाफ अब तक 6 से ज्यादा FIR दर्ज हैं, जिसमें पीड़ितों ने आरोपी रोहित तोमर और वीरेंद्र तोमर के खिलाफ अवैध वसूली, धमकी और छत्तीसगढ़ ऋणियों का संरक्षण अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है।
बता दें कि, एक साल पहले रायपुर के हाइपर क्लब गोलीकांड के बाद पुलिस ने आरोपियों का सिर आधा मुंडवा कर जुलूस निकाला था। इस घटना में रोहित तोमर, विकास अग्रवाल, सारंग मांधान और अमित तनेजा गिरफ्तार हुए थे। जुलूस निकालने के दौरान उनके कपड़े भी फटे हुए थे।
रायपुर के सूदखोर तोमर ब्रदर्स के साथ अब पूरे परिवार पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। हालांकि वीरेंद्र और रोहित तोमर फरार हैं, दोनों की तलाश पुलिस कर रही है।
प्रशासन ने साफ किया है कि सूदखोरी जैसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और ऐसे मामलों में आगे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।