चीन से करेंसी-पेपर ऑर्डर कर छत्तीसगढ़ में नोटों की छपाई.....गैंग ने नकली नोट बाजार में खपाए

छत्तीसगढ़ के रायपुर में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। आरोपियों ने पहले मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी लगवाने के बहाने हजारों लोगों से ठगी की, फिर जब लालच बढ़ा तो नकली नोट छापना शुरू कर दिया। चीन से पेपर भी मंगाया गया था। आरोपियों ने नकली नोटों को बाजार में खपा भी दिया। मामले को लेकर क्राइम ब्रांच एडिशनल SP संदीप मित्तल ने बताया कि पुलिस को नौकरी के नाम पर पैसे ऐंठने की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद पुलिस ने जॉब पैन इंडिया नाम के एक ऑफिस पर छापेमारी की।
वहां से कंपनी के डायरेक्टर पिंटू टांडी और कैलाश टांडी को पकड़कर पूछताछ की, तो उन्होंने अपने अन्य साथियों का नाम उगला, जिसके बाद आकाश टांडी, खेत्रो टांडी, अभिजीत दीप, विक्की तांडी, राज टाकरी, नितेश बाघ से भी पूछताछ की गई। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने बीते 3-4 साल से पंडरी, अशोका रत्न और अनुपम नगर में ऑफिस खोला हुआ था। जहां बेरोजगारों को जॉब दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस लेते थे, फिर उन्हें जॉब इंटरव्यू में फेल बता दिया करते थे। कैंडिडेट्स को पास कराने के नाम पर उनसे पैसे वसूल ले लिया करते थे। पुलिस को इन आरोपियों के पास से कई फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर के ड्राफ्ट भी मिले हैं। इन्होंने ये फर्जीवाड़ा हजारों बेरोजगारों के साथ किया।
इन आरोपियों के जाल में जो-जो बेरोजगार फंसा, उनसे इन्होंने लाखों रुपए ऐंठ लिए। लंबे समय तक जब यह पुलिस के रडार से बचे रहे तो उनकी हिम्मत बढ़ गई। इन्होंने लालच में आकर नकली नोट बनाकर पैसे कमाने का प्लान किया। इन आरोपियों में दो इंजीनियरिंग की हुई है। उन्होंने रिसर्च कर नकली नोट बनाने के लिए चीन से कागज मंगवा। इसके बाद मशीन के सहारे छपाई शुरू की।
आरोपियों के मुताबिक, इन्होंने कई नोट छापकर बाजार में खपा भी दिए। जब नोट चल गया तो इन्होंने और ज्यादा छपाई करने की तैयारी कर ली, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने नौकरी के बहाने ठगी के मामले में इनके ठिकानों पर छापेमारी की।