देश का सबसे बड़ा सोलर एनर्जी प्लांट जल्द भिलाई चरोदा में होगा शुरू 

भारतीय रेल ने यात्रियों की सुखद व सुरक्षित यात्रा के लिए अपनायी है अत्याधुनिक तकनीक – जीएम 

दुर्ग. दुर्ग जिले के भिलाई चरोदा क्षेत्र में भारतीय रेल द्वारा देश का सबसे बड़ा 50 मेगावाट का सोलर प्लांट बनकर तैयार हो चुका है, शीघ्र ही सोलर प्लांट से उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा। भारतीय रेल सदैव से ही यात्रियों की सुखद एवं सुरक्षित यात्रा के लिए नई नई तकनीक सिग्नल, कोच, वैगन, इंजन, ट्रैक के क्षेत्र में अपनाते आ रहा है और रेल्वे को और भी सुरक्षित और हाईटेक बनाने नित नई टेक्निक अपनायी जा रही हैं जो कि यात्रियों की सुरक्षित, सफल यात्रा के लिए कारगर हैं। उपरोक्त बातें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक आलोक कुमार ने CG NEWS ONLINE से एक्सक्लूसिव चर्चा के दौरान कहीं।

आज सुबह वे डीआरएम रायपुर सुधीर कुमार के साथ दुर्ग रेलवे स्टेशन के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे। उनके द्वारा करीब डेढ़ घंटे तक दुर्ग रेलवे स्टेशन, रेलवे साइडिंग, इंटरलॉकिंग एवं वॉशिंग क्षेत्र का मुआयना किया गया। उनके द्वारा उपस्थित रेलवे अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार हेतु आवश्यक निर्देश भी दिए गए।
महाप्रबंधक आलोक कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ को एक और वंदे भारत ट्रेन दुर्ग से रायगढ़ तक मिलना है, इसका निर्णय रेल मंत्रालय ही करेगा। दुर्ग रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने के सवाल पर कहा कि दुर्ग रेलवे स्टेशन का री- डेवेलपमेंट होना है, जिसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा जाएगा, समय लग सकता है।

 रेल जमीन के समुचित उपयोग के मद्देनजर सोलर प्लांट बेहतर विकल्प
रेलवे के सोलर एनर्जी उत्पादन के सवाल पर आलोक कुमार ने कहा कि रेलवे सोलर एनर्जी पर काम कर रहा है। भारतीय रेल का सबसे बड़ा सोलर एनर्जी प्लांट दुर्ग जिले के भिलाई चरोदा क्षेत्र में तैयार हो चुका है। जिसके देश के सबसे बड़े 50 मेगावाट का यह प्लांट शीघ्र ही प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे के पास जो जगह दिखाई पड़ती है वह स्थान रेलवे के ऑपरेशन रिक्वायरमेंट के लिए होता है। रेलवे के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर में सोलर प्लांट लगा पाना संभव नहीं है लेकिन फिर भी जो अतिरिक्त स्थान है, छत है, उन स्थानों पर रेलवे के द्वारा सोलर प्लांट लगाकर उसका दोहरा उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे की अतिरिक्त जो भी खाली पड़ी भूमि है उस पर सोलर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। भारतीय रेलवे द्वारा लेह में भी एक सोलर प्लांट लगाया जा रहा है परंतु भिलाई चरोदा मे तैयार हो चुका सोलर प्लांट अभी तक का रेलवे का सबसे बड़ा पावर प्लांट है।


???? ऊर्जा को बचाना, डीजल की खपत कम करना रेलवे की प्राथमिकता
ऊर्जा का बचाव करना रेलवे की सदैव से ही प्राथमिकता रही है और इस योजना पर रेलवे लगातार कार्य करते हुए आ रहा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम प्रोडक्ट का आयात अत्यधिक मात्रा में देश करता रहा है और डीजल की सर्वाधिक खपत भारतीय रेल के द्वारा होती रही है परंतु इसे कम करने के लिए रेलवे के द्वारा अनेक प्रयास किए जाते रहे हैं। रेलवे के द्वारा ऐसी तकनीक अपनाकर के कार्य किया जा रहा है जिसके तहत रेलवे के इंजन जिन विद्युत लाइनों से बिजली प्राप्त करते हैं उसे पीछे चल रही ट्रेनों को संचालित करने के लिए दे सके। दुर्ग में लगभग सभी इंजनों में इस तकनीक को अपना लिया गया है।

???? सुखद एवं सुरक्षित यात्रा के लिए रेलवे हाईटेक संसाधन अपना रही है
यात्रियों की सुखद एवं सुरक्षित यात्रा के लिए भारतीय रेलवे नई-नई आधुनिक तकनीक को लगातार अपनाते आ रहा है समय-समय पर सुधार भी करता आ रहा है। उन्होंने आज से तीन चार दशक पूर्व की तकनीक के संबंध में उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में रेलवे ट्रैक पर लकड़ी के स्लीपर लगाए जाते थे परंतु अब अत्यधिक सुरक्षित कंक्रीट के स्लीपर पर भारतीय रेल दौड़ रही है। इसके आलावा सिग्नल में भी आधुनिक से आधुनिक तकनीक को अपनाया गया है। रेलवे कोच पहले आईसीएफ के हुआ करते थे अब एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं। सिग्नल मे इंटर लॉकिंग तकनीक को अपनाया गया है। इंजन, कोच, वैगन, ट्रैक, सिग्नल सब आज अत्याधुनिक तकनीक पर कार्य कर रहे हैं ताकि रेल यात्रियों की यात्राएं सुखद एवं सुरक्षित रहे।