मई में जून-जुलाई की तरह बारिश....लू चलने के दिनों में लगातार पड़ रही बौछारें

अगले दो दिनों तक बने रहेंगे ऐसे हालात, जिले लगातार हो रही बारिश और ठंडी हवा चलने से पिछले 46 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। बुधवार सुबह तक मौसम का तापमान 19 डिग्री सेंटीग्रेट तक दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक 1977 से लेकर अब तक में ये दूसरी बार है जब मई महीने में तापमान इतना कम हुआ है। इससे पहले 2 मई 2005 को पारा 19.7 डिग्री तक पहुंचा था।

मई में जून-जुलाई की तरह बारिश....लू चलने के दिनों में लगातार पड़ रही बौछारें

दुर्ग. दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। हालत यह है कि मई महीने में जून-जुलाई की तरह बरसात हो रही। मई के महीने में जहां लोग गर्मी से बचने के लिए घरों में कूलर-एसी में रहते थे वो अब बंद करके बैठे हैं। जिले का तापमान 42 डिग्री से घटकर 19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

जिले लगातार हो रही बारिश और ठंडी हवा चलने से पिछले 46 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। बुधवार सुबह तक मौसम का तापमान 19 डिग्री सेंटीग्रेट तक दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक 1977 से लेकर अब तक में ये दूसरी बार है जब मई महीने में तापमान इतना कम हुआ है। इससे पहले 2 मई 2005 को पारा 19.7 डिग्री तक पहुंचा था।

28 अप्रैल से जिले में मानसून ने करवट ली। उसके बाद दो दिन कभी धूप तो कभी बारिश और आंधी वाला मौसम रहा। 1 मई से दुर्ग भिलाई में लगातार पानी गिर रहा है। देर शाम बारिश शुरू हुई जो सुबह तक हो रही है। मंगलवार को पूरे दिन बादल छाए रहे।

लगातार बारिश से किसानों की चिंता बढ़ी
लगातार हो रही बेमौसम बारिश से किसान भी चिंतित है। किसानों का कहना है कि इस तरह कभी भी मई महीने में बारिश नहीं होती थी। इसके चलते उनकी फसल को नुकसान पहुंचेगा। किसानों की जो फसल हुई है वो भी बारिश के चलते गीली हो गई है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इससे मौसमी बीमारी भी तेजी से बढ़ेंगी।
आगे भी मौसम इसी तरह रहने का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिनों में इसी तरह मौसम रहने का अनुमान है। दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के जिलों में आंशिक बादल छाए रहेंगे। यहां तेज हवा चलने के साथ ही रुक रुककर हल्की बारिश होने की भी संभावना है।

बारिश से अंडरब्रिज भरा

बारिश के चलते भिलाई शहर को टाउनशिप से जोड़ने के लिए बनाए गए चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज और सुपेला अंडरब्रिज में पानी भर गया है। इससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। लोग नेहरू नगर और पावर हाउस फ्लाई ओवर ब्रिज से घूम कर जाने को मजबूर हैं।