60 लाख की चोरी के मामले आरोपियों के करीब पुलिस:बांग्लादेशी गिरोह के होने की आशंका, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

60 लाख की चोरी के मामले आरोपियों के करीब पुलिस:बांग्लादेशी गिरोह के होने की आशंका, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

60 लाख की चोरी के मामले आरोपियों के करीब पुलिस:बांग्लादेशी गिरोह के होने की आशंका, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

छत्तीसगढ़ के भिलाई स्मृति नगर में वालपेपर व्यापारी के यहां 60 लाख से अधिक की चोरी के मामले में पुलिस आरोपियों से चंद कदम दूर है। इस चोरी की वारदात में बांगलादेशी गिरोह के होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज से पहचान करने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि तीन लोगों की पहचान हो गई है।

स्मृति नगर निवासी सौरभ जैन पेशे से वालपेपर के व्यापारी हैं। उनके घर में 6 अप्रैल को अज्ञात चोरों ने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चोर घर में घुसकर लगभग 60 लाख से अधिक की नगदी और सोने चांदी का सामान ले गए। सौरभ जैन ने पुलिस को बताया कि वो अपनी पत्नी ऋचा शर्मा उनके मायके छोड़ने ससुराल गए थे। 6 अप्रैल की दोपहर करीब 2 बजे उन्होंने अपनी पत्नी को उसके मायके में छोड़ा, इसके बाद काम पर चले गए। इसके बाद वो देर रात 11 बजे अपने घर लौटा। उसने देखा कि बेडरूम की खिड़की टूटी हुई है। अंदर रखी आलमारी खुली हुई थी। सारा सामान बिखरा पड़ा हुआ है। यह देख सौरभ के होश उड़ गए। उसने तुरंत अपनी पत्नी को जानकारी दी और फिर स्मृति नगर चौकी में मामला दर्ज कराया।

व्यापारियों को देने के लिए रखे 45 लाख रुपए नगद
शिकायतकर्ता ने बताया उसने आलमारी में व्यापारियों को देने के लिए 45 लाख रुपये नकद रखे हुए थे। इसके ही 25 तोला सोना और आधा किलो चांदी के जेवरात भी रखे हुए थे। उसने बताया कि 2021 में उसकी शादी हुई थी। शादी जो सोने चांदी का उपहार आया था वो सारा उसने आलमारी में ऱखा था। इसके अलावा उसके पास 25 हजार रुपये कीमत की हाथ घड़ी थी, वो भी चोरी हो गई।

डिजिटल पेमेंट के जमाने में लाखों का नगद लेन-देन
भारत के आयकर कानून के मुताबिक किसी भी कारण से 2 लाख रुपये से अधिक का नकद लेनदेन नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप एक ही लेन-देन में ₹ 3 लाख के सोने के आभूषण खरीद रहे हैं, तो आपको चेक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या बैंक हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान करना होगा। इसके बाद भी लोग 45 लाख रुपए नगद भुगतान के लिए अपने घर में रखते हैं। स्मृति नगर चौकी प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित के बताये मुताबिक उन्होंने रकम को लिखा है। उनके पास इतना कैश कहां से आया इसका व्यौरा आयकर विभाग लेगा।

व्यापारियों को देने के लिए रखे 45 लाख रुपए नगद
शिकायतकर्ता ने बताया उसने आलमारी में व्यापारियों को देने के लिए 45 लाख रुपये नकद रखे हुए थे। इसके ही 25 तोला सोना और आधा किलो चांदी के जेवरात भी रखे हुए थे। उसने बताया कि 2021 में उसकी शादी हुई थी। शादी जो सोने चांदी का उपहार आया था वो सारा उसने आलमारी में ऱखा था। इसके अलावा उसके पास 25 हजार रुपये कीमत की हाथ घड़ी थी, वो भी चोरी हो गई।

डिजिटल पेमेंट के जमाने में लाखों का नगद लेन-देन
भारत के आयकर कानून के मुताबिक किसी भी कारण से 2 लाख रुपये से अधिक का नकद लेनदेन नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप एक ही लेन-देन में ₹ 3 लाख के सोने के आभूषण खरीद रहे हैं, तो आपको चेक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या बैंक हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान करना होगा। इसके बाद भी लोग 45 लाख रुपए नगद भुगतान के लिए अपने घर में रखते हैं। स्मृति नगर चौकी प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित के बताये मुताबिक उन्होंने रकम को लिखा है। उनके पास इतना कैश कहां से आया इसका व्यौरा आयकर विभाग लेगा।