आयुक्त दशरथ सिंह राजपूत ने बैंक अधिकारियों की ली बैठक, कहा- पी.एम. स्वनिधी योजना में हितग्राहियों को करे पूर्ण सहयोग

आयुक्त दशरथ सिंह राजपूत ने बैंक अधिकारियों की ली बैठक, कहा- पी.एम. स्वनिधी योजना में हितग्राहियों को करे पूर्ण सहयोग

भिलाई-03। दुर्ग कलेक्टर रिचा प्रकाश चौधरी से समय सीमा की बैठक में प्राप्त निर्देशानुसार पी.एम. स्वनिधी योजना का लक्ष्य पूर्ण करने भिलाई-चरौदा निगम द्वारा कार्यवाही की जा रही है। नगर निगम कार्यालय में इस विषय पर बुधवार दिनांक 25-09-2024 को एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें नगर के प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधी उपस्थित रहे।

कमिश्नर डी एस राजपूत द्वारा बैक के प्रतिनिधियों से अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण पी. एम. स्वनिधी योजना में आप सभी बैंक हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान करना सुनिश्चित करे। उल्लेखनीय है कि लघु व्यापार करने वाले तथा कम पूंजी वाले स्ट्रीट वेंडर्स को 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपये का लोन देकर उनके कार्य-व्यापार को आर्थिक संबल प्रदान करना ही पी.एम. स्वनिधी योजना का उद्देश्य है। ऐसे में जिन शहरी पथ विक्रेताओं को निगम द्वारा चिन्हित कर प्रमाणित किया जाता है। उन्हे संबंधित क्षेत्र के बैंक शाखाओं द्वारा योजना से लाभान्वित किया जाना है।

भिलाई-चरौदा निगम में पी.एम. स्वनिधी योजना का कार्य संपादित करने वाले मिशन प्रबंधक आदित्य भटनागर के अलावा यूनियन बैंक भिलाई-03 से अखिलेश कुमार नेताम, भारतीय स्टेट बैंक भिलाई-03 से सतीश कुमार कश्यप, भारतीय स्टेट बैंक चरौदा से सुमित कुमार सिंह, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया भिलाई-03 से राजेश कुमार, बैंक ऑफ बड़ौदा भिलाई-03 से उमाशंकर बैठक में मौजूद रहे।

बंधवा तालाब में चला सफाई अभियान: गुरूवार को निगम कर्मियों द्वारा सामूहिक श्रमदान करते हुए बंधवा तालाब भिलाई-03 की सफाई की गयी। इस कार्य में निगम स्वास्थ्य सफाई विभाग की पूरी टीम के अलावा निगम के अन्य सभी विभागीय कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल हुए। सुबह 7.30 बजे से ही सबने मिलकर तालाब में पड़ी लकडी-कचरा एवं अन्य अपशिष्ट पदार्थ निकालकर तालाब के पानी को कचरा मुक्त करने कार्य किया गया।

यहां उल्लेखनीय है कि तालाब हमारे आसपास के वातावरण में बहुत अहम है और इसका हमारे दैनिक जीवन से सीधे सरोकार है। वर्षा के जल को संचय करने का तालाब सबसे अच्छा साधन है। ऐसे में तालाबों का संरक्षण करना बेहद आवश्यक है। इसके अलावा यह और भी महत्वपूर्ण है कि हम इस प्रकार की जागरूकता को समाज में प्रसारित करें कि कहीं भी कोई भी तालाबों में अनुपयोगी सामग्री ना डालें। जिससे तालाबों के जल को दूषित होने से बचाया जा सके।