ज्यादा चाय-कॉफी नुकसानदायक, 8 घंटे की नींद लेना और हल्दी वाला दूध-हर्बल टी पीना फायदेमंद
क्या आप भी गहरी नींद में आते ही दांत पीसने लगते हैं। अगर हां तो ये जान लीजिए ये कोई आदत नहीं बल्कि बीमारी है, जिसे मेडिकल भाषा में ब्रुक्सिज्म कहते हैं। दांत पीसने का सबसे बड़ा कारण है ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया। दुनिया में हर 5 में से 1 व्यक्ति दांत पीसने की बीमारी से पीड़ित हैं। ऑर्थोपेडिक डॉक्टर अजय सिंह का कहना है कि इसके कारण नींद प्रभावित होती है, सांस लेने में परेशानी होती है और आपस में टकराने के कारण दांत में दर्द और सेंस्टिविटी जैसी समस्याएं होने लगती है।
अधिक मात्रा में चाय-कॉफी पीने से, धूम्रपान करने से भी ब्रुक्सिज्म होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा स्ट्रेस, थकान, नींद कम आना और गुस्सा भी ब्रुक्सिज्म होने की वजह हो सकती है।
क्या होते हैं ब्रुक्सिज्म के लक्षण
ब्रुक्सिज्म के कारण मुंह के मसल्स और मसूड़ों में दर्द होता है। सुबह उठते ही सिर में हल्का दर्द रहता है। जबड़े अकड़े हुए लगते हैं, दांतों में सेंसिटिविटी हो जाती है। कई लोगों को इसके कारण स्ट्रेस, थकान, गुस्सा जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
7 से 8 घंटे की नींद है जरूरी
ब्रुक्सिज्म से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि नींद पूरी करें। 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे जबड़े की मांसपेशियों को आराम मिलेगा। ब्रुक्सिज्म के पेशेंट को सोते समय टीवी या मोबाइल का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। वहीं ज्यादा चाय-कॉफी पीने की आदत तो इसे कंट्रोल करने की कोशिश करें। संभव हो तो माउथ गार्ड या बाइट गार्ड का इस्तेमाल करें और डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
ज्यादा दर्द हो तो मैग्नीशियम स्प्रे या लोशन को सीधे मसूड़ों पर लगाएं या फिर मैग्नीशियम सप्लिमेंट्स लें। ऐवकाडो, केला, डार्क चॉकलेट, टोफू, ड्राई फ्रूट्स कई ऐसे मैग्नीशियम रिच फूड हैं, जिसे आप चाहें तो डाइट में शामिल कर सकते हैं।
ब्रुक्सिज्म से पीड़ित हैं तो हीटिंग पैड का करें इस्तेमाल
नींद में दांत पीसने से परेशान हैं तो हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें। बेड पर रिलैक्स होकर लेट जाएं और 10 से 15 मिनट तक चेहरे के दोनों तरफ हीटिंग पैड रखें। इससे ब्लड फ्लो में सुधार होगा और मांसपेशियों को आराम मिलेगा। हीटिंग पैड से रिलैक्स फील करेंगे, जिसके कारण दांत पीसने की प्रक्रिया कम हो जाती है।
हल्दी वाला दूध और हर्बल चाय पीएं
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मसूड़ों में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा हर्बल टी या कैमोमाइल टी का सेवन करने से स्ट्रेस कम होता है। इसलिए कोशिश करें कि रात में सोने से पहले 1 कप हर्बल या ग्रीन टी पीएं।
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