खुला था दरवाज़ा, लिफ्ट थी निचले तल पर... तीसरी मंजिल से गिरा युवक, SDRF ने बहादुरी से बचाया, नहीं बची जान

सुबह 5 बजे की घटना, SDRF और अग्निशमन दल ने चलाया संयुक्त रेस्क्यू; तकनीकी चूक से युवक की दर्दनाक मौत

दुर्ग। दुर्ग जिले के भिलाई स्थित चौहान स्टेट में मंगलवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक युवक लिफ्ट के दरवाज़े से भीतर गिर गया। घटना के वक्त लिफ्ट निचले तल पर थी लेकिन तीसरी मंजिल पर दरवाज़ा खुला हुआ था। युवक की जान बचाने के लिए SDRF और अग्निशमन दल ने रेस्क्यू अभियान चलाया, पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

29 अप्रैल 2025 को भोर के समय लगभग 5:00 बजे सुपेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित चौहान स्टेट, चन्द्रा-मौर्या चौक के समीप एक युवक के लिफ्ट शाफ्ट में गिरने की सूचना कंट्रोल रूम को प्राप्त हुई। तत्काल कार्रवाई करते हुए SDRF दुर्ग संभाग की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया। लिफ्ट के ऊपर गिरे युवक की पहचान राजा बांदे (40 वर्ष), निवासी सुभाष चौक डुंडेरा, उतई के रूप में हुई। SDRF के जवानों ने अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए जोखिम उठाते हुए नीचे उतरकर घायल युवक को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला और तत्परता से मेडिकल टीम के हवाले कर दिया।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, युवक तीसरी मंजिल से लिफ्ट द्वारा नीचे उतरना चाहता था। लेकिन लिफ्ट उस समय निचले तल पर खड़ी थी जबकि तीसरी मंजिल पर उसका दरवाज़ा खुला रह गया था। युवक ने दरवाज़ा खुला देखकर अंदर कदम रखा और सीधे शाफ्ट में गिर पड़ा। गिरने से उसके सिर, पीठ और पैरों में गंभीर चोटें आईं।

SDRF के इस रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रभारी ईश्वर खरे, धनीराम यादव और टीम के सदस्य राजेश नेताम, दिलीप, सूरज, राजू, महेश, भूपेन्द्र, ओमकार, विनय, हेमराज, थानेश्वर और कुंजेश ने हिस्सा लिया। साथ ही घटना की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड टीम भी मौके पर पहुंची, जिसमें शरद, डीवहार, धर्मेन्द्र, नागेश, अवतार और मनोज शामिल रहे। घायल को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, सुपेला ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। जिला सेनानी अग्निशमन अधिकारी नागेन्द्र कुमार सिंह ने SDRF की तत्परता और साहसिक कार्य की सराहना की है।