1 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे नई विधानसभा का शुभारंभ: धान की बालियों से सजी छत, बस्तर शिल्पियों की कला में झलकेगी छत्तीसगढ़ की पहचान

राज्योत्सव के दिन छत्तीसगढ़ को मिलेगा नया विधान मंदिर; एक ही परिसर में मंत्रालय, संचालनालय और विधानसभा — लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी रह सकते हैं उपस्थित

1 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे नई विधानसभा का शुभारंभ: धान की बालियों से सजी छत, बस्तर शिल्पियों की कला में झलकेगी छत्तीसगढ़ की पहचान

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश को नई सौगात देंगे। 1 नवंबर को वे राजधानी रायपुर में बने नए विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन न केवल आधुनिक वास्तुकला का नमूना है, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है — छत पर उकेरी गई धान की बालियां और बस्तर के शिल्पियों द्वारा तैयार फर्नीचर इसकी विशेष पहचान बनेंगे।

रायपुर।  छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा अब अपने उद्घाटन के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्योत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को इसका शुभारंभ करेंगे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी समारोह में शामिल हो सकते हैं। उद्घाटन को लेकर प्रदेश में तैयारियां जोरों पर हैं और लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारी अंतिम चरण की व्यवस्थाओं में जुटे हैं।

नए विधानसभा भवन का डिज़ाइन छत्तीसगढ़ की संस्कृति से प्रेरित है। भवन की सीलिंग पर धान की बालियों की सुंदर नक्काशी की गई है, जो राज्य की कृषि प्रधान पहचान को दर्शाती है। वहीं, बस्तर के शिल्पकारों ने इस भवन के लिए फर्नीचर तैयार किए हैं, जिससे स्थानीय कला को सम्मान मिला है।

सबसे खास बात यह है कि मंत्रालय, संचालनालय और विधानसभा — तीनों अब एक ही सर्किल में होंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में सुविधा और समन्वय बढ़ेगा।

इस भवन की नींव 28 अगस्त 2020 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय रखी गई थी। उस अवसर पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी वर्चुअली जुड़े थे, और भवन का नाम प्रदेश की पहली सांसद मिनी माता के नाम पर रखने की घोषणा की गई थी। लगभग पांच साल के लंबे इंतज़ार के बाद अब भाजपा सरकार के कार्यकाल में यह भवन पूरी तरह तैयार हुआ है। भवन के उद्घाटन के साथ ही छत्तीसगढ़ एक नए विधान परिसर में प्रवेश करेगा, जो आधुनिकता और परंपरा का सुंदर संगम होगा।