उपचुनाव में 72-73% मतदान.....जिला-जनपद पंचायत, पंच-सरपंच और नगरीय निकायों में वार्ड पार्षदों का चुनाव, 12 जनवरी को परिणाम आएंगे

रायपुर (ए)। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं और नगरीय निकायों में उपचुनाव का मतदान सोमवार को पूरा हो गया। राज्य निर्वाचन आयोग का कहना है कि कहीं से भी किसी विवाद की सूचना नहीं है। पंचायत उप निर्वाचन में 72.96% और नगरीय निकाय उप निर्वाचन में 73.66% मतदान हुआ है।
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं में जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच और पंच पदों के लिए सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले गए। मतदान के लिए कुल 402 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। पंचायत उप निर्वाचन में 72.96% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग गया। अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए 74.01% पुरुष मतदाताओं और 71.93% महिला मतदाताओं ने वोट डाले। मतदान की समाप्ति के बाद सभी मतदान केन्द्रों पर ही मतगणना का काम भी पूरा करा लिया गया। हालांकि परिणाम घोषित नहीं किया गया। निर्वाचन आयोग का कहना है, इनका सारणीकरण और परिणाम की घोषणा 12 जनवरी को की जाएगी।
सोमवार को ही राज्य के 12 जिलों के कुल 14 नगरीय निकायों में भी वार्ड पार्षदों के खाली पदों पर मतदान हुआ। प्रदेश के तीन नगर निगमों, चार नगर पालिकाओं और सात नगर पंचायतों के 15 वार्डों में पार्षद के निर्वाचन के लिए सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। इसके लिए कुल 27 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। नगरीय निकायों में मतदान का औसत प्रतिशत 73.66 रहा। वार्ड पार्षद चुनने के लिए 75.32% पुरूष मतदाताओं और 72.07% महिला मतदाताओं ने वोट डाले। मतदान वाले सभी नगरीय निकायों में मतगणना और निर्वाचन के परिणामों की घोषणा 12 जनवरी को संबंधित नगरीय निकाय के मुख्यालय में की जाएगी।
कुल 750 पदों के लिए शुरू हुई थी उप चुनाव की प्रक्रिया
छत्तीसगढ़ के त्रिस्तरीय पंचायताें और नगरीय निकायों में विभिन्न वजहों से 750 से अधिक पद रिक्त थे। दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग ने कुल 750 पदों पर उप निर्वाचन की अधिसूचना जारी की। उसमें से जिला-जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच और पंच के 735 पद शामिल थे। वहीं 12 जिलों के 14 शहरों में 15वार्डों के लिए नया पार्षद चुना जाना था। 27 दिसम्बर को नाम वापसी के अंतिम दिन कई जगहों पर निर्विरोध निर्वाचन की स्थिति बन गई। वहीं कई पंचायती पदों पर कोई प्रत्याशी ही नहीं आया।