चित्रा मुद्गल को वेदव्यास और प्रताप सहगल को वागीश्वरी....गिरीश पंकज को दिल्ली में मिला साहित्य विभूषण सम्मान

रायपुर। इंडिया नेट बुक्स, बीपीए फाउंडेशन और अनुस्वार पत्रिका द्वारा दिल्ली के मयूर विहार स्थित क्राउन प्लाजा होटल में पिछले दिनों वार्षिक साहित्यकार सम्मान उत्सव” का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश के कुल 52 वरिष्ठ, युवा और बाल साहित्यकारों सहित जाने-माने पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। रायपुर के प्रख्यात लेखक, पत्रकार गिरीश पंकज को साहित्य विभूषण सम्मान प्रदान किया गया। गत वर्ष उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने इनको ढाई लाख की निधि वाला साहित्य भूषण सम्मान प्रदान किया था। वरिष्ठ कथाकार चित्रा मुद्गल को “वेदव्यास सम्मान” तथा प्रख्यात नाटककार प्रताप सहगल को “वागीश्वरी सम्मान” सम्मान से सम्मानित किया गया।
दिल्ली के उक्त कार्यक्रम में मंचस्थ विद्वानों में चित्रा मुद्गल,जनसत्ता के संपादक मुकेश भारद्वाज, डा बीना शर्मा,निदेशक केंद्रीय हिंदी संस्थान, व्यंग्य यात्रा के संपादक प्रेम जनमेजय, जयपुर से फारूक अफ़रीदी एवं राजेन्द्र मोहन शर्मा, रायपुर से 'व्यंग्यश्री' गिरीश पंकज, दिल्ली से महेश दर्पण,नाटककार प्रताप सहगल एवं मुख्य अतिथि अनुज भटनागर डीजी, बीआईएस थे।
प्रारम्भ में डॉ संजीव ने संक्षेप में इंडिया नेटबुक्स, बीपीए फाउंडेशन और अनुस्वार पत्रिका के कार्यकलापों एवं भावी योजनाओं के बारे में बताया।
साहित्य विभूषण सम्मान सर्वश्री फारुक अफ़रीदी, गिरीश पंकज, राहुल देव, राजेन्द्र मोहन शर्मा मुकेश भारद्वाज और प्रबोध कुमार गोविल को दिया गया।
साहित्य भूषण सम्मान विवेक रंजन श्रीवास्तव, अरूण अर्णव खरे, धर्मपाल महेंद्र जैन (कनाडा), उर्मिला शिरींष, सुधीर शर्मा, जयप्रकाश मानस, श्याम सखा श्याम, हरिप्रकाश राठी, दिव्या माथुर (यूके) अनिता कपूर (यूएसए) संध्या सिंह (सिंगापुर), वीना सिन्हा (नेपाल) एवं मंजू लोढ़ा, को दिया गया।
तदुपरांत पुस्तकों के लोकार्पण हुआ जिसमें इंडिया नेटबुक्स की “कथामाला” श्रृंखला की प्रथम पुष्प चित्रा मुद्गल की मेरी कहानियों का विमोचन भी किया गया । साथ ही, लालित्य ललित की रचनावली के छह खंड लोकार्पित किए गए, जिनका संपादन सुपरिचित साहित्यकार डा संजीव कुमार ने किया है । डा संजीव द्वारा संपादित साक्षात्कारों के संग्रह “इदं न मम्” व “यथावत” तथी प्रवासी भारतीयों की कविताओं का संग्रह “पंछी मेरे देश के” सहित इंडिया नेटबुक्स प्रकाशित 20 पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन रणविजय राव, डॉ लालित्य ललित और पूनम माटिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के प्रति डॉ संजीव कुमार और डॉ मनोरमा ने आभार ज्ञापित किया।