आपातकालीन सेवा को और प्रभावी बनाने डायल 112 और पेट्रोलिंग स्टाफ को मिला प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण

दुर्घटना, हार्ट अटैक जैसी स्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया देने डेमो के माध्यम से सिखाया गया CPR और प्राथमिक उपचार का तरीका

आपातकालीन परिस्थितियों में घायलों की जान बचाने के लिए दुर्ग जिले की डायल 112 और पुलिस पेट्रोलिंग टीम को प्राथमिक उपचार एवं CPR का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दुर्घटना या स्वास्थ्य आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई के व्यावहारिक तरीके सिखाए।

दुर्ग। दुर्ग जिले में पुलिस की आपातकालीन सेवाओं को और अधिक सशक्त एवं कारगर बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को सेक्टर-6 भिलाई स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में डायल 112 और जिले की पुलिस पेट्रोलिंग यूनिट के कर्मचारियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण में पुलिस अस्पताल दुर्ग के डॉ. सुधीर गांगेय, डॉ. ए.पी. सावंत एवं उनकी टीम ने सहभागियों को आपातकालीन स्थिति में घायल या बीमार व्यक्ति को दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। प्रशिक्षकों ने CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) की विधि न केवल डेमो के माध्यम से समझाई, बल्कि स्टाफ से उसका अभ्यास भी करवाया।

कार्यशाला में यह सिखाया गया कि सड़क दुर्घटना, हार्ट अटैक, या अन्य आकस्मिक स्थितियों में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी कैसे त्वरित और सही निर्णय लेकर किसी की जान बचा सकते हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री सुखनंदन राठौर, उप पुलिस अधीक्षक (लाईन) श्री चंद्र प्रकाश तिवारी, रक्षित निरीक्षक श्री नीलकंठ वर्मा सहित डायल 112 और जिले की पुलिस पेट्रोलिंग टीम के सदस्य मौजूद रहे।