उत्तर-पूर्व में मानसून का कहर: असम में लैंडस्लाइड से 5 मौतें, 10 हजार लोग प्रभावित
मिजोरम में होटल और घर ढहे, सिक्किम में कई घर मलबे में दबे

पूर्वोत्तर भारत में मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर भारी तबाही मचाई है। असम, मिजोरम, सिक्किम और मेघालय में भारी बारिश और भूस्खलन से कई जानें गई हैं, सैकड़ों लोग बेघर हुए हैं और हजारों लोग प्रभावित हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में भी मौसम बिगड़ गया है।
नई दिल्ली (ए)। देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में मानसून की समय से पहले दस्तक से हालात बिगड़ गए हैं। असम के कामरूप जिले में पिछले 24 घंटों में हुए लैंडस्लाइड में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि बाढ़ के कारण करीब 10 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।
मिजोरम के लॉन्ग्टलाई इलाके में भी भूस्खलन ने तबाही मचाई है। यहां पांच घर और एक होटल ढह गए, जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
सिक्किम के थेंग और चुंगथांग में भारी बारिश के चलते चट्टानें खिसक गईं। कई घर मलबे में तब्दील हो गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स में लैंडस्लाइड के कारण एक महिला की जान चली गई, वहीं एक अन्य व्यक्ति पानी में डूब गया। मावकिनरू ब्लॉक में आंधी के दौरान पेड़ गिरने से 15 वर्षीय लड़के की भी मौत हो गई।
उत्तर भारत में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है। जम्मू-कश्मीर के गुरेज और बांदीपुरा में बर्फबारी के कारण सड़क मार्गों पर यातायात रोक दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी को देखते हुए पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इस बीच मई महीने में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। 30 मई तक देशभर में औसतन 116.6 मिमी बारिश हो चुकी है, जो मई में अब तक की सबसे ज्यादा वर्षा है। पिछला रिकॉर्ड 1990 में 110.7 मिमी का था, जबकि सामान्यतः मई में औसतन 61.4 मिमी बारिश होती है।