भीगते रहे कार्यकर्ता, गरजती रही कांग्रेस — दुर्ग में चक्का जाम आंदोलन तीव्र
भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का आह्वान, मिनीमाता चौक पर भारी बारिश के बीच हुआ प्रदर्शन, विपक्षी नेताओं ने ईडी कार्रवाई को बताया ‘तानाशाही’

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की ईडी गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर मंगलवार को दुर्ग सहित पूरे राज्य में जोरदार विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम किया गया। दुर्ग में तेज़ बारिश के बीच भी कांग्रेस कार्यकर्ता मिनीमाता चौक पर जुटे रहे और मोदी सरकार व ईडी के खिलाफ़ जमकर नारेबाजी की।
दुर्ग। ईडी द्वारा चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आहूत चक्का जाम आंदोलन मंगलवार को दुर्ग में भी पूरी गंभीरता और मजबूती के साथ देखने को मिला। मिनीमाता चौक पर तेज बारिश के बावजूद कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जमे रहे, जहां पूर्व विधायक अरुण वोरा और पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की अगुवाई में यह प्रदर्शन हुआ।
"तानाशाही नहीं चलेगी", "संविधान की रक्षा करो", "लोकतंत्र की हत्या बंद करो" — इन नारों के साथ कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार और ईडी के खिलाफ़ विरोध दर्ज कराया।
नेताओं ने आरोप लगाया कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का प्रयोग विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए हो रहा है। अरुण वोरा, ताम्रध्वज साहू और अन्य नेताओं ने कहा कि यह प्रदर्शन सिर्फ एक गिरफ्तारी के खिलाफ नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और संविधान की गरिमा को बचाने का प्रयास है। इस दौरान कुछ समय के लिए ट्रैफिक प्रभावित रहा, लेकिन पुलिस की सक्रिय मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में रही। कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
प्रदर्शन में पूर्व महापौर आर.एन. वर्मा, कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र साहू, युवा नेता धीरज बाकलीवाल, क्षितिज चंद्राकर सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई व अन्य संगठन शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि "यह आंदोलन सत्ता के दमन के विरुद्ध है और लोकतंत्र को बचाने का संग्राम है। कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।"