दुर्ग की ढीली पुलिसिंग पर आईजी ने जताई नाराजगी:संभाग के सभी एसपी-राजपत्रित अधिकारियों की ली बैठक....

दुर्ग की ढीली पुलिसिंग पर आईजी ने जताई नाराजगी:संभाग के सभी एसपी-राजपत्रित अधिकारियों की ली बैठक....

दुर्ग जिले में आचार संहिता के चलते पुलिस चुनावी कार्य में व्यस्तता का हवाला देकर जनता के साथ हो रहे अपराधों पर ध्यान नहीं दे रही है। जिस पर दुर्ग आईजी बीएन मीणा ने संभाग के सभी एसपी और राजपत्रित अधिकारियों की बैठक ली। ढीली पुलिसिंग को लेकर नाराजगी भी जताई। आईजी मीणा ने जिले की पुलिसिंग को ठीक करने की बात कही। उन्होंने थाने में लंबित प्रकरणों को तत्काल निराकरण कर जानकारी मांगी। चोरी, मारपीट और अन्य प्रकरण को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। इसे ठीक करें।

आईजी ने सभी एसपी को निर्देश दिए हैं कि वो महिला संबंधी अपराधों की प्राथमिकता से विवेचना कराएं। पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने गश्त को सही करने और अपराधों की विवेचना पर ध्यान देने सहित जीरो पेंडेंसी की बात कही।

जिलों में यातायात व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यातायात चेकिंग के दौरान यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले, संदिग्ध प्रवृत्ति के व्यक्तियों आदि की चेकिंग हो। लेकिन आमजन को किसी तरह की तकलीफ न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

सीमावर्ती जिलों में बड़ी वारदात होने पर रहें अलर्ट

सीमावर्ती जिलों में बड़ी वारदात होने पर सभी थानों और जिले की पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। समीपवर्ती जिले से लगातार समन्वय स्थापित रखने, कोई बड़ी चोरी और नकबजनी की घटना होने पर विशेष सतर्कता बरतते हुए चेकिंग-नाकेबंदी की कार्रवाई करने से अपराधी पकड़ा जाता है। इसलिए ये जरूरी है।

इसके अलावा गुंडा-निगरानी बदमाशों की नियमित रूप से चेकिंग करने के निर्देश दिए। इस बैठक में दुर्ग पुलिस अधीक्षक रामगोपाल गर्ग और जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारीगण उपस्थित हुए। इसके साथ ही बेमेतरा और जिला बालोद के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य राजपत्रित अधिकारीगण वीडियो कॉफेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक में शामिल हुए।