नशीले पदार्थ पर नकेल कसने शहर के 300 मकानों में एक साथ दबिश, संदिग्ध व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट दर्ज
संदिग्ध व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट डिजिटल और मैन्युअल दोनों माध्यमों से लिए गए और उनका डेटाबेस तैयार किया गया, ताकि भविष्य में अपराधों की जांच में सटीक पहचान सुनिश्चित की जा सके।
शहर के संवेदनशील इलाकों में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने बुधवार तड़के व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया। अलग-अलग टीमों ने लगभग 300 मकानों में एक साथ दबिश दी, जिससे असामाजिक तत्वों में खलबली मच गई। अभियान के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट डिजिटल और मैन्युअल दोनों माध्यमों से लिए गए और उनका डेटाबेस तैयार किया गया, ताकि भविष्य में अपराधों की जांच में सटीक पहचान सुनिश्चित की जा सके।
एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि यह कार्रवाई सुबह चार बजे शुरू हुई और करीब तीन घंटे तक छावनी अनुविभाग के देवार मोहल्ला, मछली मार्केट तथा दुर्ग अनुविभाग के हॉट-स्पॉट क्षेत्रों में सघन जांच चलती र३ही। इन इलाकों से लंबे समय से नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार, चाकूबाजी और सड़क अपराध की सूचनाएं मिल रही थीं, जिनके आधार पर यह औचक एक्शन प्लान तैयार किया गया।
जांच के दौरान पुलिस ने धारदार हथियार, अवैध वाहन और अन्य प्रतिबंधित सामग्री की भी खोजबीन की, परंतु किसी घर से संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ। एएसपी ने बताया कि फिलहाल केवल संदिग्ध व्यक्तियों का फिंगर प्रिंट डेटा संग्रहित किया गया है, जिससे भविष्य में अपराधियों की पहचान और ट्रैकिंग संभव हो सकेगी।
विशेष टीमों ने घर-घर जाकर जांच की
सीएसपी के नेतृत्व में गठित विशेष पुलिस टीमों ने संदिग्ध गतिविधियों वाले मकानों में दस्तक देकर तलाशी ली। कई स्थानों पर गैराज, वाहनों और सार्वजनिक स्थलों को भी जांच के दायरे में लिया गया। जिन लोगों पर संदेह था, उनके फिंगर प्रिंट लेकर उन्हें राज्य और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड से मिलान के लिए सुरक्षित रखा गया है।
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