पुलिस अधिकारियों ने बनाई मोटिवेशनल फिल्म 'गंगुवा':राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में मिला बेस्ट स्क्रिप्ट का अवॉर्ड

पुलिस अधिकारियों ने बनाई मोटिवेशनल फिल्म 'गंगुवा':राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में मिला बेस्ट स्क्रिप्ट का अवॉर्ड

दुर्ग पुलिस के अधिकारियों ने सड़क सुरक्षा पर एक लघु फिल्म 'गंगुवा' बनाई है। इस फिल्म को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव छत्तीसगढ़ में बेस्ट स्क्रिप्ट के लिये पुरस्कृत किया गया है। यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा बनाई गई इस शॉर्ट फिल्म का चयन फिल्म महोत्सव में दिखाई गई 19 राज्यों की 6 भाषाओं में बनी 460 फिल्मों के बीच किया गया।

'गंगुवा' फिल्म में ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर और सदानंद विंधराज ने मुख्य किरदार निभाया है। सतीश ठाकुर ने बताया कि उनकी फिल्म की सफलता के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यातायात दुर्ग के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। यह फिल्म वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग के निर्देश पर बनाई गई है। इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।

छत्तीसगढ़ी भाषा की 5 फिल्मों का हुआ फिल्म महोत्सव में चयन।

उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल की गई है। फिल्म महोत्सव में 19 राज्य की 6 भाषाओं में बनी 460 फिल्मों में से 5 छत्तीसगढ़ी भाषा की शॉर्ट फिल्मों को चुना गया है। यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा बनाई गई शॉर्ट फिल्म का शीर्षक ‘गंगुवा’ रखा गया है, जो ग्रामीण जीवन पर आधारित है।

यह फिल्म ग्रामीण क्षेत्र पर आधारित है। गांव में अक्सर देखने को मिलता है कि मालवाहक वाहनों में खचाखच लोगों को पीछे बैठाकर आवागमन किया जाता है। इससे सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसा नहीं करने के प्रति जागरूक करने के लिए इस फिल्म का निर्माण किया गया है। फिल्म में ग्रामीण परिवेश की एक शादी को दिखाया गया है।

इसमें बारात को ट्रैक्टर, ट्रक और मेटाडोर में ले जाने की बात कही जाती है। इसका विरोध गंगुवा करता है और बताता है कि इससे जानमाल को कितना बड़ा नुकसान है। इसके बाद लड़के का पिता मान जाता है और पूरी बारात को यात्री वाहनों में भेजता है।