प्रदेश के हर जिले में राज्योत्सव शुरू, छत्तीसगढ़ी आभूषण सुता, पहुंची, करधनी और बनुवारिया का आकर्षण
आदिवासी नृत्य के दौरान कलाकारों को पहने देखा था। अभी इन्हें खुद अपने सामने देख और पहन रहे हैं, जो हमारे लिए खुशी की बात है।
बालोद. बालोद जिला मुख्यालय के सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में रविवार से शुरू हुए तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में ग्रामीणों के साथ-साथ शहरी लोगों को भी छत्तीसगढ़ी आभूषणों ने अपनी ओर आकर्षित किया। शहरी युवतियां छत्तीसगढ़ के इन पारंपरिक गहनों को पहनकर व देखकर उत्साह से भरी नजर आईं।
छत्तीसगढ़ी आभूषणों में सुता, पहुंची, रुपया माला, करधनी, बनुवारिया, ककनी, मुंदरी, पैरी, कटहल, लच्छा, बिछिया, नागमोती आदि ज्यादा पसंद आए। मेले में आई नमिता, रागनी, राजेश का कहना है कि इन गहनों को उन्होंने आदिवासी नृत्य के दौरान कलाकारों को पहने देखा था। अभी इन्हें खुद अपने सामने देख और पहन रहे हैं, जो हमारे लिए खुशी की बात है। कुछ ऐसे सामान है, जो हमारे घर में है, लेकिन उनका नाम मालूम नहीं है। यहां आकर उनका नाम व उपयोग भी पता चला।
देखने, समझने का अवसर बनी प्रदर्शनी
राज्योत्सव में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी में शासन की योजनाओं के साथ कई रोचक व कबाड़ से जुगाड़ से बनाए गए उपकरण भी देखने को मिल रहा है। यह प्रदर्शनी लोगों के लिए देखने, समझने का अवसर बनी।
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