सायबर फ्रॉड में 54.90 लाख की ठगी: मुंबई से दो आरोपी गिरफ्तार, पहले चार लखनऊ से पकड़े गए थे

ठगी के नेटवर्क का खुलासा, एक आरोपी ने कमीशन के लिए दिया था बैंक खाता, मोबाइल और आधार कार्ड जब्त, सभी आरोपी अब जेल में

भिलाई की एक महिला से डिजिटल ठगी कर 54.90 लाख रुपये की सायबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस केस में पहले ही चार आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार किए जा चुके हैं, अब महाराष्ट्र के ठाणे से दो और आरोपियों को भी पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपियों ने कमीशन के लालच में बैंक खाता मुहैया कराकर फ्रॉड को अंजाम देने में मदद की।

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के नेवई थाना क्षेत्र में 54.90 लाख रुपए की बड़ी सायबर ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस हाई-प्रोफाइल डिजिटल फ्रॉड केस में दो और आरोपियों को मुंबई, महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इससे पहले चार अन्य आरोपियों को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया था। यह मामला प्रगति नगर रिसाली निवासी नम्रता चंद्राकर की शिकायत पर दर्ज किया गया था। उन्होंने रिपोर्ट दी थी कि उनके साथ सायबर फ्रॉड के जरिए लाखों रुपये की ठगी की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और पुलिस की टीम सक्रिय हुई।

जांच में सामने आया कि ठगी की राशि में से 4 लाख रुपये ठाणे स्थित ICICI बैंक के एक खाते में ट्रांसफर हुए हैं, जो कि चंदन बालकरण सरोज नामक व्यक्ति के नाम पर था। पूछताछ में चंदन ने बताया कि उसने रूषिकेस जोशी नाम के व्यक्ति को कमीशन के लालच में अपना बैंक खाता दिया था। उस खाते में अलग-अलग किस्तों में रकम आई, और चंदन को इसके बदले 4000 रुपये का कमीशन मिला।

रूषिकेस जोशी ने भी पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने चंदन का खाता उपयोग किया और पैसे मंगवाए। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन और आधार कार्ड भी जब्त कर लिए हैं। आरोपियों को 21 जून 2025 को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर जेल भेजा गया है। पुलिस इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।

  गिरफ्तार आरोपी: रूषिकेस जोशी (उम्र 37 वर्ष), यशस्वी नगर, ठाणे वेस्ट, महाराष्ट्र, चंदन बालकरण सरोज (उम्र 30 वर्ष), कृष्णा नगर, मानपाड़ा, ठाणे वेस्ट, महाराष्ट्र