हत्या के आरोपियों के घर चला निगम का बुलडोजर:नाबालिग छात्र की चाकू मारकर की गई थी हत्या, विधायक के निर्देश पर हुई कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के भिलाई में बीते 21 जनवरी को हुई नाबालिग की हत्या के आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई है। निगम की टीम सोमवार सुबह कैंप 2 मिलन चौक क्षेत्र में पहुंची और तीन आरोपियों के घर तोड़फोड़ की कार्रवाई की। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
जानकारी के मुताबिक 21 जनवरी दिन रविवार को शारदापारा कैंप 2 निवासी संतोष साव अपने टेंट वाली गाड़ी को पीछे कर रहा था। उसी समय मोहल्ले के दो लड़के बाइक से आए और उसकी टाटा-एस के पीछे टकरा गए। इस बात को लेकर संतोष साव और उसके वर्कर गज्जू निर्मलकर से झगड़ा हुआ। थोड़ी देर बाद फिर से दोनों आरोपी अपने तीन अन्य साथियों के साथ हथियार लेकर वहां पहुंचे और झगड़ा करने लगे। झगड़ा होता देख वहां 12वीं में पढ़ने वाला छात्र शिवम साव (17 साल) पहुंच गया। उसने देखा कि उसके चाचा से कुछ लोग मारपीट और गाली गलौज कर रहे हैं। यह देख वह झगड़ा करने लगा। इसी दौरान वहां मोहल्ले के लोग जुटने लगे तो आरोपी भागने लगे। इस दौरान एक आरोपी ने गज्जू निर्मलकर के हाथ में चाकू मारा और भागने लगा। आरोपी को भागता देख शिवम उनके पीछे दौड़ गया। शिवम साव को अकेला पाकर चंद्रेश प्रधान उर्फ छोटे ने उसके पेट में चाकू मार दिया। इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए थे। बाद में शिवन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
घटना के बाद पुलिस ने अंकेश चौैहान उर्फ बाबू (19 वर्ष), च्रंदेश प्रधान उर्फ छोटे (19वर्ष), राहुल कुमार प्रजापति उर्फ भोला (21वर्ष), सुमित चौैहान (19वर्ष) और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
सोमवार सुबह निगम की टीम मिलन चौक पहुंची। टीम ने मोतिन बी, लूटन प्रसाद चौहान और सियानंद चौहान के घर तोड़फोड़ की है। ये तीन घोर हत्या के आरोपी राहुल कुमार प्रजापति पिता विश्वजीत प्रजापति, अंकेश चौहान पिता स्व. सुजीत चौहान और सुमित चौहान पिता शंकर चौहान के हैं। चंद्रेश प्रधान किराय के घर में रहता है और एक आरोपी नाबालिग है। इसलिए उनके घरों में तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं की गई है।
कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार की कोई लॉ एंड आर्डर की स्थिति निर्मित न हो इसको देखते हुए वहां 100 से अधिक संख्या में पुलिस के जवान बस में भरकर पहुंचे थे। इसके साथ ही वहां छावनी सीएसपी, जामुल थाना प्रभारी, छावनी थाना प्रभारी, भिलाई तहसीलदार, जोन आयोक्त और निगम की मौजूद थी।
इस बारे में जब भिलाई के तहसीलदार गुरुदत्त पंचभाई और सीएसपी छावनी आशीष बंछोर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये बेजा कब्जा पर तोड़फोड़ की कार्रवाई थी। उन्होंने हत्या के आरोपियों के घर तोड़े जाने के सवाल पर कोई भी जवाब देने से मना कर दिया।